जिस तरह मुथैया मुरलीधरन की फिरकी को समझना मुश्किल था कुछ उसी तरह भारतीय चयनकर्ताओं के निर्णयों को समझना मुश्किल हो रहा है. इंग्लैंड दौरे पर करुण नायर ने एक भी मैच नहीं खेला और वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया.
ऐसा लग रहा है एमएसके प्रसाद के नेतृत्व में चयन समिति भी मज़ाक कर रही है. करुण नायर ने 2016 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था. उन्होंने तब से अब तक कुल 6 टेस्ट खेले. इस दौरान एक पारी में नायर ने नाबाद 303 रन बनाए.
अब ऐसा लग रहा है राजस्थान में जन्मे करुण नायर को टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए कुछ ये पांच चीज़ें करने की ज़रूरत है.
हेयरस्टाइल बदलते रहें
भारतीय खिलाड़ी अब फैशन के लिए भी रोल मॉडल बन गए हैं. ऐसा लग रहा है कुछ खिलाड़ी हर सीरीज में अपने हेयरस्टाइल को बदलकर टीम में जगह पक्की किए हुए हैं.
हार्दिक पंड्या ने विदेशी धरती पर आठ टेस्ट मैचों में सात मैच खेले हैं. अगर इसमें से साउथ अफ्रीका के खिलाफ 93 रनों की पारी और ट्रेंट ब्रिज में लिए गए पांच विकेट को निकाल दें तो उनके प्रदर्शन से अच्छा तो उनका हेयरस्टाइल है, जो कम से कम अपनी ओर ध्यान तो खींचता है. इसलिए अब नायर को भी हेयरस्टाइल बनाने की ज़रूरत है.
टैटू बनवाएं
टीम में चयन पाने के लिए नायर के पास एक और आसान तरीका है. बस उन्हें टैटू बनवाने की ज़रूरत है. अगर हम शिखर धवन के प्रदर्शन को इंग्लैंड दौरे पर देखें तो ये समझना मुश्किल है, कि आखिरी उन्होंने चार टेस्ट मैच खेले ही क्यों ?
बाएं हाथ के धवन ने 8 पारियों में महज 20.25 की औसत से 162 रन ही बनाए. इसलिए अब नायर को भी टैटू बनवा लेने चाहिए.
विराट कोहली के साथ अच्छे संबंध
हमने देखा है कि कुछ खिलाड़ियों के ख़राब प्रदर्शन के बावजूद कप्तान का समर्थन मिलता है. इस कारण अब करुण को भी कप्तान विराट कोहली के साथ अपनी गहरी दोस्ती कर लेनी चाहिए.
300 रन बनाने की गलती न करें
एक पारी में 300 रन बनाने वाले करुण नायर दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं. शायद ये उनकी एक बड़ी गलती है. एक पारी में 300 का स्कोर बनाने के बाद उन्हें कुछ ही मौके मिले. ऐसा लग रहा टीम मैनेजमेंट को इतना बड़ा स्कोर पचाना मुश्किल पड़ रहा है, तो कैसे वह मौका देंगे.
साथ ही चयनकर्ताओं को महसूस हुआ कि वह क्रीज़ पर रहकर सभी का समय बर्बाद कर रहे थे. अब एक सैकड़ा काफी है दो भी सही तीन कौन लगाता है ? इसलिए आगे से इसका भी ध्यान रखना चाहिए.
चयनसमिति को रिश्वत
एमएसके प्रसाद के नेतृत्व वाली चयनसमिति ने करुण नायर को टीम से बाहर किया क्योंकि उनका प्रदर्शन इंग्लैंड दौरे पर ख़राब रहा. बिल्कुल, सही सुना आपने नेट पर उनका प्रदर्शन बेहद ख़राब रहा.
बेंच पर बैठने में भी शायद कुछ प्रदर्शन ठीक नहीं रहा. इसलिए अगर वह चयनसमिति को रिश्वत देने का तरीका अपनाए तो शायद गलत नहीं होगा.
नोट : ये लेख सिर्फ और सिर्फ हास्य और मनोरंजन के उद्देश्य से लिखा गया है. इसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है.