भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफलतम कप्तानों में शुमार रहे सौरव गांगुली ने अपने क्रिकेट करियर में बड़े शान के साथ सफर किया। सौरव गांगुली की शानो-शौकत किसी राजकुमार से कम नहीं थी। सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी करते हुए बड़ी दादागिरी अंदाज में ही काम किया। इन दिनों सौरव गांगुली का कद भारतीय क्रिकेट में बहुत बड़ा माना जाता है। अपनी रॉयल लाइफ के बीच सौरव गांगुली ने आज ऐसा काम कर दिया जिसे उन्होनें पिछलें 15 सालों तक नहीं किया था।
सौरव गांगुली ने 15 सालों में पहली बार किया ऐसा काम जिससे हो गए सब हैरान
सौरव गांगुली के सम्मान में उनकी एक आठ फीट ऊंची प्रतिमा बनाई गई है। सौरव गांगुली ने खुद आज अपनी प्रतिमा का अनावरण किया लेकिन वो जब अपनी प्रतिमा का अनावरण करने के लिए पहुंच उससे पहले उन्होनें वो काम करके सबको हैरानी में डाल दिया जो उन्होनें पिछले 15 सालों में कभी नहीं किया है। मतलब प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से मशहूर रहे सौरव गांगुली ने आज 15 सालों में पहली बार ट्रेन का सफर किया। रवि शास्त्री को कोच नियुक्त करने से नाखुश गांगुली, लक्ष्मण और सचिन ने लिखा था बीसीसीआई को पत्र, अब सामने आई पत्र में लिखी ये बाते
Exclusive: @SGanguly99's train journey! Where is he going? #Sourav #SouravGanguly #Dada #TrainJourney https://t.co/aLLk43dthn
— XtraTime (@xtratimeindia) July 14, 2017
दादा ने साल 2001 के बाद पहली बार ट्रेन में किया सफर
सौरव गांगुली की प्रतिमा का अनावरण आज करना था जिसकों लेकर सौरव गांगुली ने तय किया कि वो आज बालुरघाट में अपनी प्रतिमा का अनावरण करने के लिए विशेष तौर पर ट्रेन में सफर तय करेंगे। दादा ने रविवार को सुबह में मालदा से पदाटिक एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ी। दादा के आने की खबर के कारण रेलवे स्टेशन पर पहले से ही दादा के हजारों फैंस बड़ी बेताबी के साथ इंतजार कर रहे थे। इस ट्रेन से सफर तय कर गांगुली अपनी 8 फिट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करने बालुरघाट पहुंचे।
At dakhin Dinajpur ..just human heads pic.twitter.com/IunpYbMF44
— Sourav Ganguly (@SGanguly99) July 15, 2017
ट्रेन में सफर कर पहुंचे अपनी प्रतिमा का अनावरण करने
भारतीय क्रिकेट टीम के महान कप्तान रहे सौरव गांगुली ने बालुरघाट पहुंचकर अपनी प्रतिमा का अनावरण किया साथ ही सौरव गांगुली ने 15 सालों में पहली बार ट्रेन में सफर तय करने को लेकर कहा कि “मैनें 2001 के बाद पहली बार ट्रेन में यात्रा की। ये करिब 15 सालों के बाद हुआ है।” वहीं दादा ने अपनी प्रतिमा को लेकर कहा कि “ये मेरी तरह ही दिखता है।”सौरव गांगुली नहीं बल्कि इनके कहने पर जहीर खान और राहुल द्रविड़ को बनाया गया भारतीय टीम का कोच
Looks like me …😀😀 pic.twitter.com/ka4VHJl9ow
— Sourav Ganguly (@SGanguly99) July 15, 2017