सहवाग अगर आउट हुआ तो लॉर्ड्स से सीधे भारत भेज दुंगा, तू होटल भी नहीं पहुंच पायेगा: सौरव गांगुली 1

आज तक के सलाम क्रिकेट कार्यक्रम के दौरान, सौरव गांगुली ने सहवाग के लिए जो कहा उसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. गांगुली ने कहा, मै सुनिल गावस्कर के साथ कभी नहीं खेला, लेकिन मै सहवाग के साथ खेला हू, और उनके जैसा बल्लेबाज मैनें नहीं देखा. मै सहवाग को सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज मानता हू. और जब सहवाग ने क्रिकेट खेलना शुरू किया, तब मुझे नहीं पता था, कि वे इतने कमाल के बल्लेबाज बनेंगे.

जब गांगुली से टी ट्वेंटी विश्वकप के बारें में पुछा गया तो उन्होंने कहा, ये कहना कठिन होगा की कौन जीतेगा, लेकिन भारत को चैम्पियन बनने के लिए काफी संघर्ष करना होगा.

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गांगुली ने कहा, सहवाग का खेलने का अंदाज ही अलग था, वे सिर्फ हमेशा चौकों छक्कों के बारे में ही सोचते थे. जब वे आउट होकर ड्रेसिंग रूम में आते थे, तब बाद में वे कमेंट्री करने लगते थे, और बोलते रहते थे की मार कट चौका मिलेगा, और हमारी बल्लेबाजी आती थी तब बोलते थे, कि ये तो आसान है. सहवाग सिर्फ जीत की ही सोचते थे, और खुलकर रहते थे.

सहवाग के बारे में इंजमाम उल हक ने कहा,कि सहवाग काफी खतरनाक बल्लेबाज था. टेस्ट मैच के पहले दिन पहले घंटे में आपको 5 फिल्डर बाउंड्री पर लगाने पडते है, तो आप इस बल्लेबाज की काबिलियत पहचान सकते है. मुझे तब खुद की कप्तानी पर ही शक हो जाता था. सहवाग किसी को इज्जत नहीं देते थे. वे हमेशा हमारे खिलाफ टेस्ट में अच्छा ही खेले है.

गांगुली ने कहा, मैनें गावस्कर को तो बल्लेबाजी करते हुए नहीं देखा, लेकिन सहवाग जितना बडा ओपनर भारतीय टेस्ट क्रिकेट में कोई नहीं हुआ है, और अगले 10-15 सालों तक ऐसा ओपनर मिलना मुश्किल है.

गांगुली ने कहा, आपको काफी बार दुसरे खिलाडियों को बोलना पडता था, कि थोडा जल्दी खेल, लेकिन सहवाग को हमेशा थोडा रुक के खेल ऐसा ही कहना पडता था. मुझे नहीं लगता की ऐसा किसी कप्तान को दुसरे खिलाडियों को कहना पडता होगा. मै उन्हे हमेशा कहता था, कि तु बस 5 ओवर रुक, लेकिन वे मैदान पर जाकर किसी की नहीं सुनते थे.

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गांगुली ने कहा, जब हम लॉर्ड्स में 325 रन चेस कर रहे थे, तब मै बडा गुस्से में था. मैनें कहा,कि हम तीन फाइनल हार चुके है अब ये भी हारना है क्या. जब हम दोनों बल्लेबाजी करने जा रहे थे, तब सहवाग सिटी बजा रहे थे, तो मैनें कहा हम यहाँ दबाव में है, और तु सिटी बजा रहा है. तो सहवाग ने कहा, टेंशन मत लेना, हम मैच जीतने जा रहे है.

गांगुली ने आगें कहा, उस मैच में मैनें सहवाग से कहा था,कि अगर हम 20 ओवर तक खेले तो 160 रन बना लेंगे. तब रॉनी इरानी गेंदबाजी कर रहे थे, और मैनें सहवाग से कहा, देख एक ओवर में एक चौका आए तो बहुत है. सहवाग ने पहली गेंद पर चौका लगाया, तो मैनें कहा बस हुआ. फिर दुसरी गेंद पर भी चौका लगाया, फिर तीसरी गेंद पर भी चौका लगाया, तो मैनें सहवाग से कहा अब बस. लेकिन सहवाग ने चौथी गेंद पर भी चौका लगाया, तो मैनें बोलना ही छोड दिया. मैनें उसे कहा, जो करना है कर, लेकिन आउट मत होना. अगर आउट हुआ तो लॉर्ड्स से सीधे भारत भेज दुंगा. तू होटल भी नहीं पहुंच पायेगा.

गांगुली ने कहा, मुल्तान टेस्ट में जब सहवाग ने तिहरा शतक लगाया था, तब मैनें सहवाग से कहा,कि तू धिरे खेलकर तिहरा शतक बना, लेकिन सहवाग ने कहा नहीं, मै तो छक्का लगाकर ही बनाउंगा. तो मैनें कहा तु पागल हो गया है. लेकिन सहवाग ने उस मैच में, दोहरा और तिहरा शतक छक्का लगाकर ही पुरा किया.

इंजमाम ने कहा, मै सहवाग से काफी डरता था, वो हमेशा काफी पिटाई करते थे.

Sportzwiki संपादक

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