कमिटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स और बीसीसीआई के बीच्च होने वाली बैठक में खिलाड़ी और चयनकर्ताओं के बीच बातचीत का अभाव एक बड़ा मुद्दा रहने वाला है। यह मीटिंग 10 और 11 अक्टूबर को हैदराबाद में होगी। इसके साथ ही विदेशी दौरों पर टीम के खराब प्रदर्शन पर भी चर्चा होगी।
मुरली विजय और करुण नायर ने लगाया था आरोप
भारतीय टीम टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय और मध्यक्रम के बल्लेबाज करुण नायर ने चयनकर्ताओं पर आरोप लगाया था।इन दोनों का कहना था कि उन्हें बिना वजह बनाये वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज से ड्रॉप कर दिया गया है। करुण नायर अफगानिस्तान टेस्ट और इंग्लैंड दौरे पर टीम का हिस्सा थे लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला।
उनके बाद टीम में शामिल किये गए हनुमा विहारी ने इंग्लैंड में डेब्यू भी कर लिया। उसके बाद वेस्टइंडीज सीरीज में टीम से करुण नायर का नाम ही गायब था। इसके बाद उन्होंने चयनकर्ताओं पर आरोप लगाये थे।
रन बनाने के बाद भी विजय का चयन नहीं
इंग्लैंड दौरे पर खराब प्रदर्शन के बाद मुरली विजय को 3 मैचों के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था। उसके बाद काउंटी क्रिकेट में उन्होंने एसेक्स के लिए 56, 100, 85, 80 और 2 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद भी विंडीज सीरीज में उनका चयन नहीं हुआ।
विंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चयन नहीं होने के बाद विजय ने भी चयनकर्ताओं पर बातचीत न करने का आरोप लगाया था। इस आरोपों से घिरने के बाद चयनकर्ताओं ने सफाई दी थी लेकिन उनका कुछ खास असर नहीं हुआ।
ये रहेंगे मौजूद
सीओए के साथ होने वाली मीटिंग में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली, टेस्ट के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे, वनडे और टी-20 के उपकप्तान रोहित शर्मा, कोच रवि शास्त्री और चयनकर्ता मौजूद रहेंगे।
विजय के मुद्दे पर बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा कि मीटिंग में यह मुद्दा जरुर उठेगा। बीसीसीआई यह बात सामने रखेगी कि विजय ने जो कहा है ववह सही नहीं है। उनके अनुसार चयनकर्ता देबांक गाँधी ने टीम मैनेजर के सामने विजय से बात की थी।