धर्मशाला टेस्ट जीतते ही क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करा लेगी ऑस्ट्रेलिया 1

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी रोमांचक दौर में पहुंच गई है। चार मैचों की टेस्ट सीरीज को चौथा और अंतिम टेस्ट मैच शनिवार से धर्मशाला की खूबसूरत वादियों के बीच खेला जाना है। विश्व क्रिकेट की दो सबसे बड़ी टीम के बीच सीरीज को हथियाने को लेकर जंग में दोनों ही टीमों ने कमर कस ली है। पहले और दूसरे नंबर की टीम के बीच खेली जा रही इस सीरीज में अब तक रोमांच अपने चरम पर रहा है। दोनों ही टीमें किसी से कमतर साबित नहीं होना चाहती।

ये पहले तीन टेस्ट मैच में साबित भी हो गया है कि दोनों ही टीमें एक-दूसरे के खिलाफ किस  पुणे में खेला गया जूनुन से खेल रही है। पुणे में खेला गया सीरीज का पहला टेस्ट मैच मेहमान टीम ने 333 रन से जीतकर पहले ही मैच में बढ़त बना ली, लेकिन बैंगलुरू में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने जोरदार पलटवार करते हुए मेहमान टीम को 75 रन से परास्त कर सीरीज में बराबरी कर ली। इसके बाद रांची में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में दोनों ही टीमों ने पूरजोर कोशिश लगाई और अंतत ये मैच ड्रॉ हो गया। ऑस्ट्रेलिया के महान कप्तान स्टीव वॉ ने सचिन नहीं बल्कि इन दो खिलाड़ियों को बताया अपने समय के सबसे मुश्किल खिलाड़ी

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मतलब साफ है धर्मशाला में होने वाले टेस्ट मैच दोनों ही टीमों के लिए सीरीज में श्रेष्ठता सिद्ध करने की जंग होने वाली है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बॉर्डर ने धर्मशाला में होने वाले टेस्ट मैच को ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण मैच माना है। बॉर्डर ने कहा कि भारत में हो रही मौजूदा ये सीरीज को स्मिथ एंड कंपनी ने अपने नाम कर लिया तो ये ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास की सबसे खास उपलब्धियों में से एक होगी। इयन चैपल ने भारतीय गेंदबाजों पर कटाक्ष करते हुए स्टीव स्मिथ की किया तारीफ

फोक्स स्पोर्ट्स से बात करते हुए एलन बॉर्डर ने कहा कि, “इस मैच को जीतना ऑस्ट्रेलिया की सबसे महान उपलब्धियों मे से एक होगी। क्योकिं ये एक जीत ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को पवित्र कर देगा जो एक अविश्वसनीय रहेगा। एशेज सीरीज की बात करें तो हम एक-दूसरे देश में सफलता हासिल करते रहे है, लेकिन भारत एक ऐसा देश है, जहां विरोधी टीम ज्यादा सफल नहीं हो पाती है।”

साथ ही बॉर्डर ने कहा कि “मुझे आश्चर्य है कि हम इस स्थिति में हैं। सीरीज में 1-1 से बराबरी के साथ अंतिम टेस्ट मैत खेलने जा रहे है। तीसरे टेस्ट में आखिरी दिन भी कठीन परिस्थिति में बल्लेबाज़ी कर मैच को बचाना एक बड़ी उपलब्धि थी।  इससे सिर्फ ये जाहिर होता है कि टीम एक साथ मिलकर कितनी दूर जा रही है।”विराट और स्मिथ दोनों ही कप्तानो ने सीरीज में की काफी गलतियाँ -बुकानन