कुछ दिन पहले सोशल मीडिया में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी का एक बयान तेजी से वायरल हुआ था, जिसमे अफरीदी हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्द कहते हुए नजर आ रहे थे. अफरीदी ने कहा कोरोना से बड़ी बीमारी मोदी के दिल और दिमाग में हैं और वह बीमारी मजहब की बीमारी है. उस बीमारी को लेकर वह सियासत कर रहे हैं और हमारे कश्मीर कश्मीरी भाई-बहनों और बुजुर्गों के साथ जुल्म कर रहे हैं. उन्हें इसका जवाब देना होगा.
अफरीदी देते रहते हैं भारत विरोधी बयान
शाहिद अफरीदी भारत विरोधी बयान देते रहते हैं. कुछ दिन पहले उन्होंने कहा था कि भारत को हराने के बाद भारतीय टीम के खिलाड़ी उनसे माफ़ी मांगते थे. उनके बेतुके बयानों का जवाब भारतीय टीम के खिलाड़ी देते रहते हैं. गौतम गंभीर, तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब देते हैं, जिससे अफरीदी व उनके फैंस झल्ला जाते हैं.
जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर गलत शब्द कहे थे, तब उन्हें हरभजन सिंह, गौतम गंभीर और सुरेश रैना जैसे भारतीय क्रिकेटरों ने करारा जवाब दिया था.
अपनी बात पर अड़े हुए हैं शाहिद अफरीदी
शाहिद अफरीदी ने इसी बीच एक बयान दिया है, जिसमे उन्होने कहा है कि वह अपने बयानों में अड़े हुए हैं. उन्होंने अपने एक बयान में पत्रकार से बात करते हुए कहा,
“हर किसी को सच बोलना चाहिए, चाहे कुछ भी हो. मैं मानता हूं कि मानवता हर चीज से ऊपर है, इसलिए मैं अपने विचार रखने से पीछे नहीं हटता चाहे इसमें भारत ही क्यों न शामिल हो.”
बाबर आजम पाकिस्तान टीम की रीढ़ की हड्डी
शाहिद अफरीदी ने बाबर आजम को लेकर भी अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा,
“बाबर आजम पाकिस्तान टीम की रीढ़ की हड्डी हैं और मुझे नहीं लगता कि उनकी तुलना विराट कोहली से होती है तो वह दबाव महसूस करते होंगे. मुझे उम्मीद है कि बाबर जल्द ही पाकिस्तान के लिए अकेले की दम पर मैच जीतना शुरू करेंगे.”
बता दें, कि वर्तमान समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माने जा रहे हैं. क्रिकेट के जानकार उनकी तुलना भारतीय कप्तान विराट कोहली से भी करते हैं.