Shaik Rasheed: एक ऐसा लीग जिसमें पैसे के साथ-साथ सपने पूरे होने का पूरा मौका मिलता है। जी हाँ आईपीएल मे सिर्फ पैसे का ही नहीं सपनों की जमा पूंजी कहा जाता हैं। कल कोच्चि मे हुए आईपीएल मिनी ऑक्शन मे कई खिलाड़ियों की किस्मत चमकी। इनमे एक ऐसा खिलाड़ी को भी मौका मिला जो हर मुश्किलों को पार कर इस मुकाम तक पहुंचे है।
इस खिलाड़ी के सपनों को CSK ने दी मंजिल
कल यानि 23 दिसम्बर को खत्म हुए आईपीएल मिनी ऑक्शन मे इस खिलाड़ी के सपनों को चेन्नई ने पूरा किया। हम बात करने जा रहे आंध्र प्रदेश के बल्लेबाज शेख राशीद (Shaik Rasheed) की जिन्होंने अपने अथक प्रयास से ये मुकाम हासिल किया है। कोच्चि में हुई आईपीएल 2023 की मिनी ऑक्शन में धोनी की टीम ने शेख राशीद (Shaik Rasheed) को मौका दिया है। उन्हें बेस प्राइस 20 लाख में चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने साथ जोड़ा।
साल 2004 में गुंटूर में जन्मे रशीद (Shaik Rasheed) इसी साल हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में खेले थे। रशीद ने टूर्नामेंट में कमाल प्रदर्शन कर टीम इंडिया को चैंपियन बनाया था। वर्ल्ड कप फाइनल में इस खिलाड़ी ने अर्धशतक लगाकर टीम को जीत दिलाई थी। राशीद को आईपीएल का प्लेटफॉर्म देने को लेकर सारा श्रेय इनके पिता को जाता है।
धोनी के छत्रछाया मे निखरेंगे Shaik Rasheed
शेख रशीद (Shaik Rasheed) अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान कोविड की चपेट में आ गए थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी जद्दोजहद जारी रखी और कोविड के दौरान भी हार नहीं मानी। संक्रमण से ठीक होने के बाद रशीद फिर से मैदान में उतरे और उन्होंने 4 मैचों में 50 से ज्यादा की औसत से धुआधार 201 रन ठोके डालें। शेख रशीद (Shaik Rasheed) की प्रतिभा को आईपीएल 2023 ऑक्शन में भी अहमियत दी गई। उनकी मेहनत को चेन्नई सुपरकिंग्स ने सलाम किया और अपनी टीम मे स्वागत किया। जल्द ये युवा खिलाड़ी भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी के साथ नजर आएंगे। मुमकिन है कि धोनी को अपने प्रदर्शन से इंप्रेस कर रशीद आईपीएल डेब्यू भी कर लें।
Shaik Rasheed को तराशने मे पिता का सबसे बड़ा हाथ
कहते हर सफल इंसान के पीछे एक पिता समाहित होते है। इस बात को इस एक बार और रशीद ने बताया है। रशीद के खेल को निखारने के लिए उनके पिता ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इनकी प्रैक्टिस को पूरा करवाने के लिए रोज 50 किमी दूर जाते थे जिसके कारण इनके पिता रोज ऑफिस लेट पहुचते थे। जिसका खामियाजा उनको भुगतान करना पड़ा और परिणाम स्वरूप नौकरी गवानी पड़ी।
आर्थिक तंगी इस कदर कहर बरपा रही थी की अच्छी लेदर गेंद खरीदने तक के पैसे नहीं थे जिसके बाद शेख रशीद ने प्रैक्टिस के लिए सिंथेटिक गेंदों का सहारा लिया और रशीद ने खुद को निखारने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस खिलाड़ी ने अपने पिता की मेहनत को खराब नहीं होने दिया। दुनिया ने इस दाएं हाथ के बल्लेबाज का लोहा अंडर-19 वर्ल्ड कप में माना और फिर आईपीएल मे चेन्नई ने इनके मेहनत को नवाजा।