श्रीलंका के खिलाफ अपनी ही सरजर्मी पर खेले जाने वाले वनडे और टी20 सीरीज के बाद टीम इण्डिया को साउथ अफ्रीका के लिए रवाना होना है,जहां पर दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ तीन टेस्ट मैच,छह वनडे मैच और तीन टी20 मैचों की लम्बी श्रृंखला खेलनी है।
मुश्किल भरे इस पड़ाव के लिए भारतीय टीम को जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ेगा। इसका प्रमुख कारण टीम इण्डिया न कोई भी टेस्ट सीरीज दक्षिण अफ्रीका की सरजर्मी पर अब तक नहीं जीती है।
कुलदीप को जगह नहीं देने पर दिया जवाब
जनवरी 2018 में साउथ अफ्रीका में होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने अपने बयान में कुलदीप यादव को टीम में जगह नहीं दिये जाने को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि,
“कुलदीप अभी युवा क्रिकेटर है,जो मात्र 23 साल के हुए हैं। उनको आने वाले समय में कई मौके मिलेंगे। हमने इस बार अश्विन और जडेजा की जोड़ी पर भरोसा जताया है। जिस प्रकार साउथ अफ्रीका की पिचों का स्वभाव है, उसमें स्पिनरों का ज्यादा स्कोप नहीं है।”
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, कि
“यही कारण है कि कुलदीप को साउथ अफ्रीका के दौरे पर साथ नहीं ले जाया जायेगा। वहीं अगर आप जडेजा और अश्विन की जोड़ी को देखेगें, तो इनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। विकेट लेने के अलावा ये दोनों बल्लेबाजी भी अच्छी कर लेते हैं,जिसकी वजह से हमारे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण साबित होंगे।”
पुरानी धारणाओँ को तोड़ रही टीम इण्डिया
अपनी बात को जारी रखते हुए शास्त्री ने कहा कि,
“मान लीजिए हमने एक टेस्ट मैच कोलकाता की सरजर्मी पर खेला, तो लगभग दो साल बाद ही हमें उसी पिच पर खेलने को मौका मिलता है। कुछ ऐसे ही वाक्या विदेशी सरजर्मी के लिए होता है। यानि आप जिस जगह पर हैं, आप के लिए वहीं घर की तरह हो जाता है। आपको बस अपने प्रदर्शन करने पर फोकस करना पड़ेगा।”
‘यह कहा जाता रहा है कि टीम इण्डिया विदेशी सरजर्मी पर शानदार प्रदर्शन नहीं कर पाती है। हमारी टीम इस पुरानी अवधारणा को बदल रही है और इसका प्रमाण आने वाले विदेशी दौरे पर मिल जाएगा।’