मुंबई का एक युवा खिलाड़ी इन दिनों अपने प्रदर्शन से जबरदस्त प्रभावित करने में लगा हुआ है। मुंबई का ये प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं पृथ्वी शॉ…. महज 18 साल की उम्र में पृथ्वी शॉ जिस तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं उससे तो आसानी से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो भारतीय क्रिकेट टीम के फ्यूजर हैं। पृथ्वी शॉ इन दिनों भारत की सबसे बड़ा घरेलु क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में खेलने में व्यस्त हैं।
पृथ्वी शॉ ने दिखायी तेज बल्लेबाजी करने की काबिलियत
पृथ्वी शॉ रणजी ट्रॉफी में मुंबई की टीम के लिए खेलने हुए प्रभावशाली प्रदर्शन कर रहे हैं। पृथ्वी शॉ इस रणजी सीजन में हर मैच में अपनी बल्लेबाजी का एक बेहतरीन नमूना पेश कर रहे हैं। पृथ्वी शॉ ने रणजी करियर में अब तक दिखाया है, कि वो पिच पर परिस्थिति के अनुसार टिक कर भी बल्लेबाजी कर सकते हैं और साथ ही जरूरत के हिसाब से गियर बदलकर आक्रमक रूप में भी नजर आ सकते हैं।
त्रिपुरा के खिलाफ पृथ्वी ने महज 26 गेंदो में बनाया पचासा
इससे पहले तो पृथ्वी शॉ ने अब तक तो एक टेस्ट बल्लेबाज की छवि के रूप में बल्लेबाजी की लेकिन सोमवार को रणजी ट्रॉफी में त्रिपुरा के खिलाफ पृथ्वी शॉ ने अपना एक अलग ही रूप धारण कर बल्लेबाजी की। ग्रुप सी के इस मैच में मुंबई को त्रिपुरा से जीत के लिए 64 रनों का लक्ष्य मिला। जो मुंबई ने पृथ्वी शॉ की धमाकेदार बल्लेबाजी से केवल 6.2 ओवर में ही बिना किसी नुकसान के हासिल कर लिया।
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कांबली के बाद मुंबई के लिए सबसे तेज फिफ्टी बनाने वाले बने दूसरे बल्लेबाज
पृथ्वी शॉ ने इस पारी में केवल 26 गेंदो में ही 8 चौको की मदद से अपना अर्धशतक पूरा करते हुए 50 रनों का पारी खेली। पृथ्वी शॉ ने इस तूफानी पारी से ये साबित कर दिया कि उनमें तेज तर्रार बल्लेबाजी करने की भी काबिलियत है। पृथ्वी शॉ अपनी इस जबरदस्त पारी से रणजी ट्रॉफी इतिहास में मुंबई के लिए सबसे तेज पचासा बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। पृथ्वी से आगे अब भारत के पूर्व खिलाड़ी रहे मुंबई के विनोद कांबली हैं जिन्होंने 1992 में बडौदा के खिलाफ केवल 20 गेंदो में अर्धशतक पूरा किया था। ये दोनों ही तेज अर्धशतक मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ही बने।