भारतीय क्रिकेट टीम ने श्रीलंका के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की टी20 सीरीज को 2-0 से अपने नाम कर लिया। पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के मैदान में खेले गए तीसरे और अंतिम टी20 मैच में भारत ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 78 रनों से जीत हासिल की। इस जीत से भारत ने एक और सीरीज को जीतने में सफलता हासिल की।
भारत ने तीसरे मैच में बदलाव के बाद भी हासिल की जीत
पुणे में खेले गए टी20 मैच में भारतीय टीम ने कई बदलाव के साथ मैदान में उतरने का फैसला किया। लेकिन टीम के प्रदर्शन में कोई गिरावट नहीं देखी गई और उसी जज्बें और हौंसलें के साथ भारतीय टीम ने जीत हासिल की।
इस मैच में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जिनको पिछले मैचों में लगातार मौका नहीं मिल पा रहा था। जिसमें विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन और मनीष पांडे को भी मौका दिया गया।
शिखर धवन ने बताया क्यों मिली संजू सैमसन को जगह
पिछले लगातार तीन सीरीज से संजू सैमसन को टीम में तो रखा जा रहा है लेकिन वो हमेशा ही बैंच पर बैठे नजर आ रहे थे। जिसको लेकर फैंस अपनी इच्छा भी जता चुके थे कि संजू सैमसन को मौका मिलना चाहिए। आखिरकार वो पल आ ही गया जब श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में भारतीय टीम मैदान में उतरी।
इस मैच में संजू को ऋषभ पंत की जगह मौका दिया गया। हालांकि संजू ज्यादा कुछ नहीं कर सके और केवल 6 रन ही बना सके। लेकिन भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने संजू सैमसन को पंत के स्थान पर मौका देने का कारण बताया।
सभी खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा मौका देने की तरफ है ध्यान
शिखर धवन ने संजू सैमसन को मौका देने को लेकर कहा कि” मुझे यकिन है कि मैनेजमेंट खिलाड़ियों की कोशिश को करना चाहता है। आज हम अन्य खिलाड़ियों के साथ भी कोशिश को करना चाहते थे जिन्होंने सीरीज में बल्लेबाजी नहीं की और उन्हें उचित मौके नहीं दिए। क्योंकि हमारे पास केवल पांच टी20 खेले हैं।”
“एक टीम के रूप में हम सभी को मौका देने चाहते थे और इसलिए वे खिलाड़ियों को घुमा रहे थे। जब तक विश्व कप आता है हर कोई मौका लेगा और अपने काम के बारे में भी जानेगा।”
शिखर ने आगे कहा,” खिलाड़ियों को समय ज्यादा देना है। जैसे कि संजू सैमसन को आज नंबर 3 पर भेजा फिर श्रेयस आए। इसलिए उन्हें बीच में ज्यादा समय मिल सकता है। क्योंकि ये एक अलग क्षेत्र है जब आप होते हैं तो उन्होंने बल्लेबाजी की और ज्यादा ओवर भी हासिल किए। यही कारण है कि आज वो टीम में थे।”