भारतीय क्रिकेट टीम के युवा प्रतिभाशाली ऑलराउंडर शिवम दुबे को हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलना का मौका मिला था। शिवम दुबे ने उससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ अपना टी20 डेब्यू किया, तो वहीं पिछली सीरीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे डेब्यू किया। जिसके बाद अब शिवम दुबे में भारत के भविष्य के स्टार की झलकियां देखी जा रही हैं।
शिवम दुबे ने अपनी बिग हिटर्स एबिलिटी को किया है पेश
शिवम दुबे वैसे बड़े ही खतरनाक हिटर्स माने जाते हैं जिन्होंने घरेलू क्रिकेट से ही अपनी हिटिंग एबीलिटी को दिखाया है। वैसा ही कुछ उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में कर दिखाया था जब वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हें मौका मिला था।
शिवम दुबे ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले महीनें खेली गई टी20 सीरीज के दौरान तिरुवनंतपुरम में नंबर तीन पर बल्लेबाजी का मौका मिलने पर शानदार बल्लेबाजी की थी। जहां उन्होंने बड़े-बड़े छक्कें जड़े थे।
शिवम ने कहा छक्के मारने के लिए नहीं करता खास तैयारी
हार्दिक पंड्या की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया का हिस्सा शिवम ने अपने इसी बड़े-बड़े छक्के मारने की क्षमता को लेकर हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा कि “मुझे छक्के मारने के लिए किसी तरह की तैयारी नहीं करनी है। ये स्वाभाविक रूप से आ जाता है। मुझे बड़े शॉट्स मारना पसंद था और मैं इसका भरपूर अभ्यास करता था।”
अपने ऑलराउंडर शैली को लेकर दुबे ने कहा कि मुझे लगता है कि “मैं एक उचित ऑलराउंडर हूं। हम बहुत ही मजबूत गेंदबाजी विकल्प के साथ एक मजबूत टीम हैं और कभी-कभी परिस्थितियां किसी खास चीज की मांग करती हैं। इसलिए ये सभी चीजें तब तक खेल में आती हैं जब तक हम उस चौथे या पांचवें गेंदबाजी विकल्प के बारे में बात करते हैं। मेरा लक्ष्य हर मैच में ओवर के कोटे को पूरा करना रहा है। चाहें वो टी20 हो या वनडे।”
हार्दिक पंड्या के साथ नहीं है कोई तुलना, अपने खेल पर करता हूं ध्यान केन्द्रित
शिवम दुबे ने आगे कहा कि “मुझे इस बात पर कोई आपत्ति नहीं है कि मैं नंबर 3 पर बल्लेबाजी करता हूं या 7 पर। मैं ऐसा खिलाड़ी बनना चाहता हूं जो कहीं भी बल्लेबाजी कर सकता है और एक गेंदबाज भी हो सकता है। मैं बल्ले से फिनिशर होने के बारे में नहीं जानता हूं। मुझे टीम के लिए कोई भूमिका निभाने में खुशी होगी।”
हार्दिक पंड्या के साथ तुलना करने का सवाल जब शिवम के सामने आया तो उन्होंने कहा कि “मैं भारत के लिए प्रदर्शन करने के लिए यहां आया हूं। मैं हार्दिक के साथ किसी भी तरह की प्रतिस्पर्धा के बारे में नहीं सोचता। वो आसपास सबसे अच्छे हैं। लेकिन मैं उन्हें एक प्रतियोगी के रूप में नहीं देख रहा हूं।”
“मैं सिर्फ अपने खेल को देखता हूं जहां मुझे सुधार की जरूरत है। एक टॉप ऑलराउंडर बनने के लिए थोड़ा सा अतिरिक्त दें दो भारत के लिए मैच जीत सकते हैं।”