ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों द्वारा की गई बॉल टेम्परिंग का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बॉल टेम्परिंग को लेकर वर्तमान क्रिकेट व पूर्व दिग्गज क्रिकेटर कई ट्विट कर रहे है.
भारत में भी बॉल टेम्परिंग को लेकर कई तरह की बातें हो रही है और भारत के भी वर्तमान क्रिकेटर व पूर्व क्रिकेटर बॉल टेम्परिंग की घटना को लेकर अपनी-अपनी राय रख रहे है.
क्या होती है बॉल टेम्परिंग?
आईसीसी के बॉल टेम्परिंग नियम के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी बॉल के साथ छेड़छाड़ करता है और बॉल की स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश करता है तो उसे ही बॉल टेम्परिंग कहा जाता है.
आईसीसी के 42.3 नियम के तहत अगर कोई खिलाड़ी गेंद में चमक लाने के लिए के लिए उसमे कोई कृतिम पदार्थ का यूज करता है तो वह बॉल टेम्परिंग है.
जैसे कोई खिलाड़ी चिव्न्गम खा रहा है और उसका इस्तमाल बॉल पर कर रहा है तो यह बॉल टेम्परिंग है. खिलाड़ी अगर गेंद पर वैसलीन या सनस्क्रीन लगा रहा है, तो वह भी बॉल टेम्परिंग है. अगर कोई खिलाड़ी मिट्टी में बॉल को रगड़ रहा है, तो भी यह बॉल टेम्परिंग कहलाता है.
आईसीसी के यह नियम है बॉल टेम्परिंग के
मैदान पर अंपायर गेंद की स्थिति के लिए जिम्मेदार होते है. इसे नियमित रूप में जांचना अंपायर की जिम्मेदारी होती है. अगर अंपायर किसी खिलाड़ी को बॉल टेम्परिंग करते हुए पाते है तो अंपायर बल्लेबाजी पक्ष को पांच पेनाल्टी रन दे सकते है और गेंद को तुरंत बदल सकते है.
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (आईसीसी) के नियमों के मुताबिक गेंद से छेड़छाड़करना आईसीसी के लेवल-2 अपराध के तहत आता है और इस लेवल के तहत बॉल टेम्परिंग का दोषी पाये जाने वाले खिलाड़ी पर 100 प्रतिशत मैच फ़ीस व एक मैच तक का प्रतिबंध लगाया जा सकता है.
बॉल टेम्परिंग को लेकर श्रीवत्स गोस्वामी ने भी किया ट्विट
बॉल टेम्परिंग को समझने के लिए कोलकता के घरेलू क्रिकेटर श्रीवत्स गोस्वामी ने भी एक रोचक ट्विट किया है. आपकों बता दे, कि श्रीवत्स गोस्वामी सनराइजर्स हैदरबाद के लिए खेलते हुए नजर आयेंगे. उन्हें हैदराबाद की टीम ने एक करोड़ की कीमत में खरीदा हुआ है.
श्रीवत्स गोस्वामी ने बॉल टेम्परिंग को लेकर ट्विट करते हुए लिखा, “बस हमें यह जानना चाहिए कि क्या गेंद के साथ छेड़छाड़ करने के लिए सैंडपेपर का प्रयोग ही बॉल टेम्परिंग है? या अन्य किसी चीज़ का उपयोग जैसे गेंद को चमकाने के लिए आपनी लार को लगाना भी बॉल टेम्परिंग माना जाता है? यदि “हां” तो मैं माफी चाहता हूँ बॉल छेड़छाड़ बिल्कुल नया नहीं है! यह बहुत बार हो रहा है!”
Just want to know that is using sandpaper the only means of ball tampering ? Or using anything other then your saliva to shine the ball is also regarded as ball tampering ? If “yes “then I am sorry ball tampering is not new at all ! being “caught” doing it is !
— Shreevats goswami (@shreevats1) March 26, 2018