भारत और न्यूजीलैंड के बीच कानपुर में पहला टेस्ट मैच खेला जा रहा है। दो मैचों की इस टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम ने चौथे दिन अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। जहां भारतीय टीम के पास जीतने का मौका है, अंतिम दिन भारतीय टीम को मैच जीतने के लिए कीवी टीम के 9 विकेट लेने होंगे, जो 284 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे हैं।
भारत ने चौथे दिन कर दी पारी घोषित करने में देरी
कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारतीय टीम के लिए चौथा दिन काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा, जहां सुबह में भारतीय टीम मैच में पूरी तरह से बाहर होती जा रही थी लेकिन लंच के बाद निचले क्रम के बल्लेबाजों के बढ़िया प्रदर्शन ने टीम की वापसी करवा दी।
भारत ने न्यूजीलैंड को 284 रन का लक्ष्य दिया है, चौथे दिन माना जा रहा था कि टीम इंडिया न्यूजीलैंड को 10 से 15 ओवर खेलने को दे सकती है, लेकिन भारत की यहां रणनीति समझ से परे रही, जहां भारत ने दिन के अंतिम पलों में पारी घोषित की।
श्रेयस अय्यर ने बताया, क्यों हुई देरी से पारी घोषित
भारतीय टीम की दूसरी पारी देरी से घोषित करने को लेकर टीम मैनेजमेंट की रणनीति पर सवाल खड़े हो रहे हैं, लेकिन टीम के युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने इस बात का जवाब दिया। अय्यर ने बताया कि भारतीय टीम ने पारी घोषित करने में देरी क्यों की।
श्रेयस अय्यर ने इसके लिए पिच को जिम्मेदार माना है, उनका कहना है कि पिच पर ज्यादा हरकत नहीं होने से हम न्यूजीलैंड को बड़ा स्कोर देना चाहते थे।अय्यर ने कहा कि
“ईमानदारी से कहूं तो विकेट पर ज्यादा मूवमेंट नहीं हो रहा था. हमें एक प्रतिस्पर्धी स्कोर की जरूरत थी. शायद 275 से 280 रन के करीब स्कोर की।”
हमारे स्पिन गेंदबाजों पर है पूरा भरोसा
“बात प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाने की चल रही थी और मुझे लगता है कि ये सचमुच अच्छा स्कोर है। हमारे पास बेहतरीन स्पिनर हैं। इसलिए उम्मीद है कि हम कल काम पूरा कर सकते हैं। हमारे पास स्पिन पावर है। हमें स्पिनरों पर भरोसा रखना होगा और हम जानते हैं कि वे उन्हें अंतिम दिन दबाव में रख सकते हैं।”
श्रेयस ने आगे कहा कि
“मुझे लगता है कि 250 से ज्यादा की बढ़त इस विकेट पर काफी रहती। भाग्यशाली रहे कि हमें इससे ज्यादा बढ़त मिल गई।”
“मैं पहले भी इन परिस्थितियों में रह चुका हूं, लेकिन भारतीय टीम के साथ नहीं ।मैं रणजी के मैचों में ऐसा किया करता था। इसमें सेशन दर सेशन खेलने का विचार था। मैं इस बात से वाकिफ था कि मैं एक शतक और एक अर्धशतक जड़ने वाला पहला भारतीय हूं। अंत में हमें मैच जीतना है और मेरे लिए सबसे अहम चीज यही है।”