इस आईपीएल में सिद्धार्थ कौल एक ऐसे गेंदबाज हैं जो लगातार अपनी शानदार गेंदबाजी से सुर्खियां बटौर रहे हैं। उन्होंने लाजबाव गेंदबाजी करते हुए ना सिर्फ विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान किया है बल्कि अपने टीम में भुवनेश्वर कुमार के बिना भी कड़ा गेंदबाजी आक्रमण बनाए रखा।
आईपीएल में सिद्धार्थ कौल की शानदार गेंदबाजी
वो इस बार अपने 8 मैचों में 11 विकेट लेकर आईपीएल में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। वहीं अभी तक के आईपीएल सफर में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालें गेंदबाज दिल्ली डेयरडेविल्स के ट्रेंट बोल्ट हैं। इसी वजह से फिलहल पर्पल कैप भी उन्हीं के पास है।
अपने शानदार प्रदर्शन करने पर सिद्धार्थ कौल ने कहा कि,
“मैं इस सीजन में गेंदबाजी का आनंद ले रहा हूं और अपनी क्षमताओं में से अधिकांश को सफल बनाने की कोशिश कर रहा हूं। असल में टीम के सभी गेंदबाज काफी बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे आत्मविश्वास से गेंदबाजी करने में भी मदद मिल रही है.”
एक साथ खेलते थे विराट और सिद्धार्थ
आपको बता दें कि सिद्धार्थ कौल और विराट कोहली दोनों एक ही टीम से अंडर-19 विश्व कप खेलते थे। ये दोनों खिलाड़ी साल 2008 में अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे लेकिन विराट कोहली बुहत पहले भी फेमश हो गए लेकिन सिद्धार्थ कौल अपनी पहचान उस स्तर पर नहीं बना पाए. कोहली के अंतरराष्ट्रीय टीम में आने के करीब 10 साल बाद भी सिद्धार्थ को अंतरराष्ट्रीय टीम खेलने का मौका नहीं मिला है।
तीन साल से लगातार सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलने वाले सिद्धार्थ कौल ने विराट के बारे में कहा कि,
“विराट पाजी एक प्रेरणा है। जिस तरह से उन्होंने पिछले 10 वर्षों में खुद को प्रदर्शित किया है, वह शानदार है। मुझे थोड़ी देर हो सकती है लेकिन मुझे हमेशा इस बात पर विश्वास है कि कभी नहीं से बेहतर को देर होना ही है। श्रीलंका के खिलाफ हुई सीरीज में मुझे खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन मुझे उम्मीद है कि जल्द की विराट की टीम में मुझे खेलने का मौका मिलेगा.”
अभी तक अंतराष्ट्रीय टीम में नहीं हुआ है डेब्यू
आपको बता दें कि पिछले साल श्रीलंका की वनडे सीरीज में सिद्धार्थ कौल को टीम में रखा गया था लेकिन उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था। सिद्धार्थ ने वनडे टीम में पदापर्ण नहीं किया है लेकिन विराट के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का अनुभव उनके पास काफी है।
सिद्धार्थ ने कहा कि,
“खुद के लिए मार्क बनाने में मुझे काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। एक तेज गेंदबाज के करियर में चोट से कई बार बाधाएं आ जाती है। चोट से उबरने के बाद किसी भी गेंदबाज को अपनी शुरुआत फिर शुरू से करनी पड़ती है। पिछली एक साल में मैंने अपने आप को इसके लिए मानसिक तौर पर काफी तैयार किया है.”