नई दिल्ली, 18 जुलाई (आईएएनएस)| पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को करारा झटका देते हुए पार्टी नेता नवजोत सिंह सिद्धू के राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही उनके आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। पूर्व क्रिकेटर सिद्धू ने एक बयान में भाजपा के साथ असंतोष का संकेत देते हुए कहा, “सही या गलत की लड़ाई में आप तटस्थ नहीं रह सकते।” वह तीन बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और वर्तमान में राज्यसभा के मनोनीत सदस्य थे।
राज्यसभा के उप सभापति पी.जे.कुरियन ने सोमवार को घोषणा की कि सिद्धू का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है।
इससे पहले, दिन में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के ओएसडी गुरदीप सिंह सप्पल ने सोमवार को ट्वीट किया, “मनोनीत सदस्य नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।”
यह इस्तीफा भाजपा के लिए बेहद विस्मित करने वाला है। पंजाब में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल की गठबंधन सरकार है, जहां अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होना है।
सिद्धू के आप में शामिल होने की बेहद संभावना है, हालांकि उन्होंने अभी तक भाजपा से इस्तीफा नहीं दिया है।
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय के सचिव महेंद्र पांडे ने आईएएनएस से कहा, “मैं भी टेलीविजन पर उन रिपोर्टों को देख रहा हूं, जिसमें कहा जा रहा है कि भाजपा से इस्तीफे के बाद सिद्धू आप में शामिल होंगे। लेकिन उन्होंने अभी पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है।”
राज्यसभा से इस्तीफे के तुरंत बाद सिद्धू ने भाजपा पर बरसते हुए कहा कि राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने के बाद भी पार्टी ने पंजाब में उनके लिए दरवाजे बंद कर दिए।
उन्होंने एक बयान में कहा, “सही या गलत की लड़ाई में आप तटस्थ नहीं रह सकते। पंजाब का हित सर्वोपरि है।”
उन्होंने एक बयान में कहा, “सही या गलत की लड़ाई में आप आत्मकेंद्रित होने के बजाय तटस्थ नहीं रह सकते। पंजाब का हित सर्वोपरि है।”
सिद्धू ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर राज्यसभा की सदस्यता स्वीकार की थी।
उन्होंने कहा, “मैंने पंजाब के कल्याण के उद्देश्य से राज्यसभा की सदस्यता ली थी। पंजाब के विकास के सभी रास्ते बंद होने के साथ ही मेरे उद्देश्य का कोई मतलब नहीं रह गया था, वह केवल एक भार रह गया था। इसलिए मैंने उसे और ढोना मुनासिब नहीं समझा।”
पार्टी में शामिल होने के सिद्धू के कदम की पुष्टि करते हुए पंजाब में आप के संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर ने ट्वीट किया, “नवजोत सिंह सिद्धू व नवजोत कौर सिद्धू के कदम का स्वागत करता हूं। उनके आप में शामिल होने का इंतजार कर रहा हूं।”
घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आप नेता संजय सिंह ने टेलीविजन चैनलों से कहा, “राज्यसभा से सिद्धू के इस्तीफे का हम स्वागत करते हैं।”
उन्होंने कहा, “सिद्धू सचमुच एक बड़े नेता हैं, क्योंकि पंजाब की राजनीति में उनकी बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है और देश के क्रिकेट में भी उन्होंने ख्याति अर्जित की है। उन्होंने व उनकी पत्नी ने राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर पंजाब में भ्रष्टाचार व मादक पदार्थो के मुद्दों को उठाया है। हम उनका स्वागत करते हैं।”
संजय सिंह ने हालांकि कहा कि लोगों को इस बारे में औपचारिक घोषणा का इंतजार करना होगा।
संजय सिंह ने यह भी कहा कि सिद्धू का राज्यसभा से इस्तीफा पंजाब में अकाली-भाजपा की सरकार के विरोध में है।
आप नेता ने कहा, “सही मानसिकता के सभी लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ इस धर्मयुद्ध में शामिल होना चाहिए।”
आप को पंजाब में होने वाले चुनाव में एक मजबूत दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है।