भारतीय दौरे पर अब तक इंग्लैंड के लिए सिर्फ आदिल रशीद की गेंदबाजी एक सकारात्मक बिंदु रही हैं. 5 टेस्ट मैचो की सीरीज में रशीद तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे. रविचंद्रन अश्विन ने सीरीज में सबसे ज्यादा 28 जबकि रविंद्र जडेजा ने 26 विकेट हासिल किये. इंग्लैंड के लेग-स्पिनर आदिल रशीद ने सीरीज में 23 विकेट हासिल किए.
चैपोक में खेले गए सीरीज के फाइनल टेस्ट के दौरान पूर्व भारतीय लेग-स्पिनर लक्ष्मण शिवरामाकृष्णन ने इंग्लैंड के स्पिनर आदिल रशीद का एक क्रिकेटर के रूप में उनकी प्रगति का विश्लेषण किया. इस बातचीत के दौरान शिवरामाकृष्णन के साथ पूर्व भारतीय स्पिनर मुरली कार्तिक भी मौजूद रहे. पूर्व भारतीय स्पिनर ने आदिल रशीद को उनकी डिलीवरी स्ट्राइड, फील्डिंग पॉजिशन और उनकी ग्रिप के बारे में अहम बातें बताई.
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पूर्व भारतीय लेग स्पिनर शिवा ने बाद में टीओआई को बताया, कि आदिल ने उन्हें उनकी गेंदबाज़ी के बारे में प्रतिकिर्या देने के लिए कहा था.
शिवा ने कहा,
“वह मूल रूप से सिमित ओवरों के क्रिकेट के गेंदबाज़ हैं. वह अपनी प्रगति पर सिर्फ कुछ प्रतिकिर्या चाहता था. उनमे बहुत सुधार आया है, जोकि इंग्लैंड के लिए बेहद अच्छा हैं. उन्होंने खेल के लंबे प्रारूप में एक लेग स्पिनर के रूप में वह अपने-आप को विकसित कर रहे है.”
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रशीद के बारे में बात करते हुए शिवा ने कहा, 10 टेस्ट मैच खेल चुके आदिल अगर विशिष्ट फ़ील्ड प्लेसमेंट के साथ गेंदबाज़ी करे तो उन्हें लम्बे गेंदबाज़ी स्पेल में मदद मिल सकती हैं.
शिवा ने कहा,
“टेस्ट क्रिकेट में लम्बे स्पेल डालना महत्वपूर्ण हैं. गेंदबाज़ को बेहद सटीक लाइन लेंथ से बल्लेबाज़ को आउट करने की योजना बनानी होती हैं. अगर तेज गेंदबाज़ के लिए कट के लिए डीप-पॉइंट्स फ़ील्डर हो सकता है तो स्पिनर के लिए क्यूँ नहीं? वह भी बाउंड्री पर कट बाउंड्री के लिए फ़ील्डर लगा सकते हैं. क़रीबी फ़ील्डर के रूप में स्लिप, शॉर्ट एक्स्ट्रा कवर(लेग-स्पिनिंग गेंदों के लिए), और फॉरवर्ड शॉर्ट लेग(गुगली के लिए) लगा सकते हैं. अगर उनके पास कट बाउंड्री के लिए डीप-पॉइंट् और डीप मिडविकेट होगी तो वह लम्बे स्पेल डाल सकते हैं.”