2. राहुल द्रविड का संन्यास:
राहुल द्रविड क्रिकेट इतिहास के एक नि: स्वार्थ खिलाड़ी थे. बल्लेबाजी के लिए किसी भी जगह वो बल्लेबाजी करने के लिए तैयार रहते थे, तो जरूरत पड़ने पर विकेटकीपिंग करने के लिए भी वे तैयार रहते थे. लेकिन उनके संन्यास का फैसला काफी नि: स्वार्थ भाव से लिया गया था. द्रविड के संन्यास से पहले भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और अॉस्ट्रेलिया का दौरा किया था, और उन दौरों पर द्रविड ने भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे. लेकिन द्रविड ने अचानक से संन्यास लिया. उन्होंने कहा था कि, अब अगले कुछ सीरीज भारत में हैं, और युवा बल्लेबाजों के लिए भारत में खेलकर विदेश दौरे पर जाना अच्छा रहेगा, और मेरे संन्यास से नये खिलाड़ी को मौका मिलेगा. उनके इस नि: स्वार्थ फैसले का कोई जवाब नहीं.
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