महिला विश्वकप में भारतीय महिला टीम का शानदार प्रदर्शन रहा है। भारत ने इस टूर्नामेंट में अब तक दो मैच खेले हैं और दोनों ही मैचों में जीत हासिल की है। टीम इंडिया की जीत का श्रेय ओपनर खिलाड़ी स्मृति मंधाना के भी जाता है, क्यों उन्होंने टीम की बाकि खिलाड़ियों के अपेक्षा ज्यादा प्रभावी प्रदर्शन किया है। स्मृति ने इंग्लैंड के खिलाफ 90 रनों की पारी खेली थी और वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जड़ा था। स्मृति के शानदार प्रदर्शन पर उनकी मां स्मिता मंधाना ने खुशी जाहिर की है।
स्मृति के प्रदर्शन से बेहद खुशी हुई –
स्मृति ने टीम इंडिया के विजय अभियान में अहम भूमिका निभाई है। स्मृति की मां स्मिता मंधाना ने उनके प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा, “मैं स्मृति के बेहतरीन प्रदर्शन से खुश हूं। उसने हमारे देश के साथ हमारा भी नाम रोशन किया है। उसने भारत की जीत में अपना योगदान दिया है, जो कि हमारे लिए गर्व की बात है। स्मृति हर दिन 6 से 7 घंटे अभ्यास करती है। उसने कभी भी पीछे हटना नहीं सीखा।” ऑस्टेलिया के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर शेन वाटसन ने आईसीसी को लिया आड़े हाथ, कहा टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए कुछ नहीं कर रही आईसीसी
घुटने की सर्जरी से चिंतत रहते हम –
स्मृति मंधाना एक मैच में चोटिल हो गयी थीं। उस दौरान उनके घुटने में चोट लग गयी थी, इस बात का जिक्र करते हुए उनकी मां स्मिता ने कहा, यह बहुत ही बड़ा टूर्नामेंट है। इसके शुरु होने के साढ़े चार महीने पहले हम काफी चिंतित थे, क्योंकि उस दौरान स्मृति फील्डिंग करते हुए चोटिल हो गयीं थीं। इससे पहले उसके घुटने की सर्जरी हुई थी। हालांकि यह ज्यादा गंभीर चोट नहीं थी। विश्वकप से ठीक पहले उसका पूरी तरह ठीक होना हम सब के लिए अच्छा रहा है। भारत की फाइनल में हार के बावजूद उत्साहित ऋषभ पंत ने विराट और पांड्या नहीं बल्कि इस खिलाड़ी को बताया चैम्पियन
90 पर आउट होने का कोई दुख नहीं-
विश्वकप 2017 के अपने पहले मैच में टीम इंडिया ने जीत हासिल की थी। उस मैच में स्मृति 90 रनों के स्कोर पर आउट हो गयी थीं। स्मिता ने इसका जिक्र करते हुए कहा, “हमें इस बात का बिलकुल भी दुख नहीं है, कि स्मृति 90 रनों पर आउट हो गयी, क्योंकि उसने हम सभी का सिर गर्व से ऊपर किया है। उस मैच के बाद स्मृति ने वेस्टइंडीज के बाद शतक लगाया है, जो कि काफी प्रभावी रहा है।”