भारत के स्टार तेज़ गेंदबाज़ मो. शमी पिछले कुछ समय से लगातार ट्विटर पर ट्रोल हो रहें हैं. हाल में ही शमी ने श्रीलंका में अशोक वाटिका से अपने परिवार के साथ फोटो शेयर की थी. जिसके बाद सोशल मीडिया पर कट्टर मुस्लिम लोगों ने उनको लेकर जमकर निशाना साधा था.हाल में ही शमी ने एक इंटरव्यू के दौरान सोशल मीडिया पर लगतार उन्हें ट्रोल करने वाले लोगों पर निशाना साधा हैं.
ऐसे में लोगो ने शिक्षा की कमी है
हाल में ही दिए इंटरव्यू में सोशल मीडिया पर लगतार ट्रोल के होने के मुद्दे पर बोलते हुए शमी ने कहा कि ऐसे चीज़े तब ही होती है जब लोगो ने शिक्षा का अभाव हो. किसी की भी सफलता को उसकी जाति और धर्मं से जोड़ना सही नही हैं.
सोशल मीडिया पर प्रसिद्धी पाने के लिए करते है ये काम
उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि ये लोग दूसरे लोगों की सफलता की वजह से ईर्ष्या करते हैं. इनके पास कोई भी नौकरी नही हैं. जिस वजह से ये लगातार सोशल मीडिया पर लोगो का ध्यान खींचने की कोशिश करते हैं. जी वजह से वो सोशल मीडिया पर लगातार ऐसी चीज़े करते रहते है ताकि मीडिया और लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच सके.
उन्होंने आगे कहा कि मुझे इस चीजों से कोई फर्क नही पड़ता हैं. मुझे अच्छी तरह से पता है इस तरह के हालात में मुझे क्या है और क्या नही करना हैं.
स्लेजिंग है क्रिकेट का हिस्सा
स्लेजिंग के बारें में बात करते हुए उन्होंने कहा कि स्लेजिंग क्रिकेट का हिस्सा हैं. स्लेजिंग की वजह से बल्लेबाज़ का ध्यान भटकता हैं. इस वजह से हमे साझेदारी तोड़ने में आसानी होती हैं. हम भी स्लेजिंग करते है लेकिन हम कभी भी अपशब्द का प्रयोग नही करते हैं. साझेदारी तोड़ने के लिए स्लेजिंग बहुत जरूरी हैं.