समीर दिघे यह नाम याद हैं, कि नहीं???? चलिये याद नहीं हैं, तो दिमाग पर ज्यादा जोर ना डाले. हम आपको बता देते हैं. समीर दिघे भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज रह चुके हैं. रविवार, 8 अक्टूबर को समीर दिघे ने अपनी जिंदगी का अर्द्धशतक पूरा कर लिया. दरअसल 8 अक्टूबर को समीर ने अपना 50वां जन्मदिवस मनाया.
समीर दिघे के जन्म अक्टूबर 8 1968 को महाराष्ट्र के बॉम्बे (मुंबई) में हुआ था. समीर भारतीय टीम के लिए ज्यादा नाम नहीं कमा सके और देश के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सिर्फ 29 मुकाबलें ही खेल सके.
करियर खत्म होने का था डर
एक समय ऐसा भी था, जब समीर को इस बात का डर लगातार सताने लगा था, कि अब शायद उनका करियर खत्म होने की कगार पर हैं. ऐसा समीर को इस कारण लगता था, क्योंकि टीम में उनकी कोई जगह ही नहीं बन पा रही थी. घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए लगातार शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी समीर का चयन टीम इंडिया में नहीं हो पा रहा था.
इस बात से समीर इतने निराश हो गये, कि वह अपनी पढ़ाई करने के लिए अमेरिका चले गये. मगर कहानी में एक बड़ा ट्विस्ट आना अभी बाकि था. जब भारतीय टीम में उनका चयन हुआ, उस समय समीर अमेरिका में थे. समीर का टीम में चयन 31 वर्ष की आयु में हुआ था. इतना ही नहीं उनके चयन को लेकर काफी सारा ड्रामा और विवाद भी देखने को मिला था.
सचिन सौरव के साथ खेले
सन 2000 में पाकिस्तान के खिलाफ समीर ने अपना पहला वनडे मैच खेला. उस समय टीम इंडिया के कप्तान सचिन तेंदुलकर थे. इतना ही नहीं उस वक़्त टीम में सौरव गांगुली, वीवी एस लक्षमन, अनिल कुंबले जवागल श्रीनाथ और राहुल द्रविड़ जैसे सरीखे खिलाड़ी भी मौजूद थे.
समीर दिघे ने अपने टेस्ट करियर का आगाज साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध किया. चेन्नई के मैदान पर दिघे ने अपना पहला टेस्ट खेला था. डेब्यू टेस्ट की दूसरी पारी में समीर 22 रन नाबाद रहे थे और टीम इंडिया भी वह टेस्ट 2 विकेट से जीतने में सफल रही थी.
करियर पर एक नजर
समीर दिघे ने टीम इंडिया के लिए 6 टेस्ट मैच खेले और 141 रन बनाये. उनका सबसे बढ़िया प्रदर्शन 47 रहा. अपने पूरे टेस्ट करियर के दौरान समीर ने 12 कैच पकड़े और दो स्टंपिंग की. बात अगर एकदिवसीय मुकाबलो की करे, तो समीर ने 23 वनडे खेले और 256 रन बनाये. उनका सबसे बढ़िया प्रदर्शन 94* रहा. समीर ने वनडे में एक अर्द्धशतक लगाया और विकेट के पीछे 19 कैच पकड़े और 5 स्टंपिंग की.
समीर घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए खेले और 3958 रन बनाये. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम पर 10 शतक भी दर्ज हैं. मुंबई ने साल 1999-2000 में जब रणजी ट्रॉफी जीती थी, तब टीम के कप्तान समीर ही थे.
आइये डालते हैं, एक नजर समीर की निजी जिंदगी की कुछ तस्वीरें पर:-
क्रिकेट छोड़ने के बाद समीर दिघे कोच बन गये. 2007 में हुए आईसीसी वर्ल्ड डिविजन लीग थ्री टूर्नामेंट में हांगकांग की टीम की कोच रहे. साल 2008 में वह मुंबई इंडियन्स की टीम की फील्डिंग कोच भी रहे. समीर ने इसके अलावा इंडिया ए और इंडिया ब्लू की टीम के कप्तान भी रहे.
समीर की शादी के दौरान सचिन की पत्नी अंजलि अपने बच्चो के साथ.