रणजी ट्रॉफी 2020 का फाइनल मुकाबला 9 मार्च से सौराष्ट्र और बंगाल के बीच खेला जाएगा। पहले सेमीफाइनल में बंगाल ने कर्नाटक को हराया था। दूसरे सेमीफाइनल में सौराष्ट्र ने गुजरात को हराकर फाइनल में जगह बनाई। पिछले सीजन में भी सौराष्ट्र ने फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन विदर्भ के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
बीसीसीआई ने ठुकराई मांग
भारतीय टीम को ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा सौराष्ट्र के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन में बीसीसीआई से मांग की थी कि रविंद्र जडेजा को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में खेलने की अनुमति दी जाए।
बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने उनकी यह मांग ठुकरा दी है। भारतीय टीम को 12 मार्च से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे मैच खेलना है। इस बारे में इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एससीए के अध्यक्ष जयदेव शाह ने कहा
“मैंने उनसे [गांगुली] से बात की और कहा गया कि बोर्ड जडेजा को रणजी खेलने की अनुमति नहीं दे सकता क्योंकि देश पहले आता है।”
इसके साथ ही जयदेव शाह ने बीसीसीआई को सलाह भी दी है। उनका कहना है कि घरेलू टूर्नामेंट के फाइनल मैच को दौरान इंटरनेशनल मैच नहीं होना चाहिए। इस बारे में बात करते हुए शाह ने कहा
“अगर बीसीसीआई चाहती है कि लोग अपने प्रमुख घरेलू क्रिकेट को देखें तो रणजी फाइनल के दौरान कोई भी अंतरराष्ट्रीय खेल नहीं होना चाहिए। यह मेरा सुझाव है। क्या बोर्ड आईपीएल के दौरान एक अंतरराष्ट्रीय मैच रखेगा? नहीं, क्योंकि यह पैसा देता है। रणजी ट्रॉफी को तभी लोकप्रिय बनाया जा सकता है जब स्टार खिलाड़ी कम से कम फाइनल में खेलेंगे। फाइनल के दौरान किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को न रखें, एक उचित विंडो हो।
शमी को भी खेलते देखना चाहते थे
जयदेव शाह ने बताया कि रविंद्र जडेजा के साथ ही बंगाल के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को भी रणजी ट्रॉफी का फाइनल खेलते देखना चाहते थे। भारत के मैच की वजह से ये दोनों खिलाड़ी नहीं खेल पाएंगे। दूसरी तरफ चेतेश्वर पुजारा और रिद्धिमान साहा फाइनल मैच के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा
“मैं उन्हें (जडेजा) को रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में देखना पसंद करता था, केवल जडेजा को ही नहीं मैं मोहम्मद शमी (बंगाल के लिए) को भी देखना पसंद करता।”