सौरव गांगुली

कहते हैं कि जब कोहरा घना हो तो बहुत दूर तक देखने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, बल्कि एक- एक कदम बढ़ाते रहते रहना चाहिए। मंजिल खुद ब खुद मिल जाती है। कुछ इसी तरह की सीख देते हुए दिख रहे हैं सौरव गांगुली, विराट कोहली को। गांगुली टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने लेख के जरिए कह रहे हैं कि विराट कोहली को टी-20 वर्ल्ड के बारे में कम बल्कि अभी जो चल रहा है उसके बारे में ज्यादा सोचना चाहिए।

गांगुली ने विराट कोहली को कुछ इस तरह दी सलाह

सौरभ गागुली

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पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने टीम इंडिया और कप्तान विराट कोहली को खास सलाह दी है। गांगुली के मुताबिक टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ताओं को अभी से अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप पर नहीं सोचना चाहिए।

उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने लेख में लिखा,

भारत के लिए सबसे जरूरी चीज अभी यह है कि वह अगले साल होने वाले वर्ल्ड टी-20 की ओर अभी न देखे। पिछले वर्ल्ड कप से पहले ही इस पर काफी शोर था और कभी-कभी यह सही नहीं होता। टीम इंडिया अभी बस इतना ही करने की जरूरत है कि वह अपने बेस्ट संभावित खिलाड़ियों को चुने और उन्हें प्रदर्शन करने का भरपूर मौका दे, जैसा कि घरेलू स्तर पर हमारे पास कई शानदार टैलेंट मौजूद है।’

युवा चेहरों को लगातार देते रहे मौका

दादा ने कहा कि माना अभी वर्तमान ने होने वाला टी-20, अगले साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारी है, लेकिन बस इसी टी-20 में युवाओं को मौका देने से क्या होगा, बल्कि अगर हम लगातार उनकों क्रिकेट टीम में मौका देते रहे तो जरूर ये युवा खिलाड़ी कुछ अच्छा करके दिखा सकते हैं।

दादा

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दादा ने बताया,

‘विराट, रोहित, शिखर, हार्दिक और जडेजा पहले ही अपनी काबिलियत बता चुके हैं और अब युवा खिलाड़ियों को आगे आकर अपने प्रदर्शन को अगले स्तर पर ले जाने की जरूरत है। बोलिंग विभाग में कुछ शानदार खिलाड़ी हैं। खलील अहमद, दीपक चाहर, नवदीप सैनी दमदार दिखते हैं और टीम इंडिया को चाहिए कि वह उनका बेहतर ढंग से ख्याल रखे ताकि बुमराह की तरह वे भी अपने आप को विकसित कर पाएं।’

इन खिलाड़ियों पर दादा ने जताया विश्वास

सौरव गांगुली

गांगुली ने भरोसा जताया कि ये खिलाड़ी समय के साथ-साथ मैच्योर होंगे और बुमराह, भुवी और शमी को अपना रोल मॉडल बनाएंगे। यह भारत की फास्ट बोलिंग के लिए अच्छे संकेत होंगे। इसके अलावा स्पिन डिपार्टमेंट में राहुल चाहर, वॉशिंग्टन सुंदर, कुलदीप और चहल के होने से भी हर किसी को टीम की काबिलियत पर भरोसा है।