बीसीसीआई का सम्मान पहले आईसीसी में बहुत होता था लेकिन पिछले तीन सालों में जब सीओए क्रिकेट बोर्ड चला रहा थे. इस बीच आईसीसी ने बीसीसीआई को सम्मान नहीं दिया. अब भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष बने हैं, जो आईसीसी से वो पुराना सम्मान हासिल करना चाहेंगे.
सौरव गांगुली बढ़ाएंगे आईसीसी के सामने बीसीसीआई का सम्मान
जब से एन श्रीनिवासन आईसीसी से हटे हैं. उसके बाद से आईसीसी लगातार बीसीसीआई के खिलाफ कुछ ना कुछ करता रहा. आईसीसी के चेयरमैन शंशाक मनोहर हैं. भारतीय होने के बाद भी उन्होंने बीसीसीआई की ताकत आईसीसी में कम कर दिया.
अब अध्यक्ष बनने के बाद सौरव गांगुली पहला काम घरेलू क्रिकेट को और मजबूत करना और उसके बाद उन्हें आईसीसी में बीसीसीआई को दोबारा वहीँ सम्मान दिलाना होगा. जोकि एक समय हुआ करता था. अगले 5 साल में बीसीसीआई को आईसीसी से 372 मिलियन डॉलर लेने हैं. जिससे वो विश्व कप की तैयारी कर सके. भारतीय टीम को 2 विश्व कप का आयोजन करना है.
अब बीसीसीआई के प्रति नरम रवैया अपना सकती है आईसीसी
जल्द ही शंशाक मनोहर का कार्यकाल आईसीसी में खत्म होने वाला है. अब उन्हें इस संस्था में काम करने के लिए नया कार्यकाल चाहिए होगा. जिसके लिए उन्हें बीसीसीआई का साथ भी चाहिए होगा. जिसके बारें में एक आईसीसी से जुड़े व्यक्ति ने बताया कि
पिछले कुछ वर्षों में जो कुछ हुआ है वह अब अतीत की बात है. हम कई बैठकों के लिए बैठेंगे और ध्यान केंद्रित करने वाले प्राथमिक क्षेत्र में से एक आईसीसी के संबंध में भारत की स्थिति होगी.
सबसे पहले, काम करने वाले टीम के लिए आगे की राह पर एक फैसला देने के लिए कोई समयसीमा निर्धारित नहीं की गई है और अगर मनोहर को जारी रखना है फरवरी 2020 तक ग्राउंडवर्क शुरू हो जाएगा.
बड़े फैसले ले रहे हैं सौरव गांगुली
जब से सौरव गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष बने है. उसके बाद से कई बड़े फैसले बीसीसीआई के तरफ से देखें जा रहे हैं. टीम के कप्तान और चयनकर्ता से बात करने के बाद अब सौरव गांगुली कल एनसीए का दौरा करेंगे और राहुल द्रविड से भी भारत के भविष्य को लेकर बात करेंगे.