एक तरफ जहां भारतीय टीम वेस्टइंडीज में मैच खेलने गई हैं वहीं दूसरी भारत की बीसीसीआई में भी मैच चल रहा है जहां हितों के टकराव नामक बॉल एक-दूसरे के पाले में फेंकी जा रही है। हम बात कर रहे हैं सौरव गांगुली की जिन्होंने अपने ट्वीटर पर जमकर बीसीसीआई को खरी-खोटी सुनाई है।
बीसीसीआई द्वारा भेजी गई नोटिस पर उतारा गुस्सा
भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बीसीसीआई को खरी-खोटी तब सुनायी जब उसके अधिकारी ने राहुल द्रविड़ को भी ‘हितों के टकराव’ मामले में नोटिस भेजकर 10 दिन के अंदर सफाई मांगी। इस पर नाराज सौरव गांगुली उर्फ़ दादा ने द्रविड़ के बचाव में कहा, ‘भगवान भला करें इंडियन क्रिकेट का।’ ।अपने ट्वीटर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने जमकर अपनी भड़ास निकाली।
द्रविड़ के बचाव में उतरे गांगुली
बीसीसीआई के द्वारा द्रविड़ को नोटिस भेजे जाने बाद अधिकारियों ने 15 दिन के अंदर जवाब मांगा। इसके बचाव में गांगुली ने ट्वीट करते हुए अपनी जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि ,
“भारतीय क्रिकेट में ‘हितों के टकराव’ नाम का नया फैशन चल रहा है…भारतीय क्रिकेट का भगवान भला करे…अब द्रविड़ को भी बीसीसीआई के एथिक्स अधिकारी ने नोटिस भेज दिया।”
हरभजन भी उतरे इस मैदान में
सौरव गांगुली के बचाव में ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह भी ट्वीटर के मैदान में उतर आए, जिसमें उन्होंने गांगुली के पक्ष में ट्वीट करते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेट को अब खुद ही बचा सकता है। इन दोनों बड़े खिलाड़ियों के ट्वीटर के मैदान में उतरने के बाद लोगों की जमकर प्रतिक्रिया व्यक्त की। जिसमें कुछ लोग पक्ष तो कुछ बीसीसीआई के साथ खड़े थे।
संजीव गुप्ता की शिकायत के बाद भेजा गया नोटिस
हालांकि आपकों बता होगा कि राहुल द्रविड़ इस समय बैंगलोर स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के कोच हैं। उनके खिलाफ शिकायत मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ सदस्य संजीव गुप्ता द्वारा की गई है। उन्होंने अपनी शिकायत बीसीसीआई के एथिक्स अधिकारी डी.के. जैन के पास की थी। जिसके बाद द्रविड़ के पास हितों के टकराव का नोटिस भेजा गया। हालांकि यह पहली बार नहीं है कि इस तरह का नोटिस किसी खिलाड़ी के पास भेजा गया हो इससे पहले कई खिलाड़ी इसके शिकार हो चुके हैं।