भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे शानदार कप्तानों में से एक रूप में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को माना जाता है। सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट का प्रतिनिधित्व करने वालों में सबसे महान खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। इस दिग्गज भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ने अपनी जबरदस्त कप्तानी कौशल के दम पर टीम को कामयाबी की नई ऊंचाईयों तक पहुंचाया है।
सौरव गांगुली रहे हैं भारत के सफलतम कप्तानों में से एक
भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा नाम करने वाले सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट को करीब 12 साल दिए हैं। इस दौरान दादा एक बल्लेबाज और कप्तान के तौर पर अपने आपको साबित किया। आज हम भारत के इस सफलतम कप्तान की मौजूदा नेटवर्थ के बारे में कुछ बात करते हैं और डालते हैं नजर….
साल 1996 में सौरव गांगुली ने की अपने करियर की शुरुआत
साल 1996 में अपने टेस्ट क्रिकेट करियर के पहले दो टेस्ट मैचों में इंग्लैंड के खिलाफ लगातार दो शतक जड़ने वाले सौरव गांगुली ने इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से मशहूर रहे इस दिग्गज खिलाड़ी ने अपनी बल्लेबाजी से जबरदस्त छाप छोड़ी और देखते ही देखते टीम के सबसे अहम बल्लेबाज बन गए।
कप्तानी के तौर पर भारत को दिलायी देश-विदेश में जबरदस्त जीत
साल 2000 में भारत में मैच फिक्सिंग का एक बड़ा भूकंप आया जो कई भारतीय खिलाड़ियों के करियर को उड़ा ले गया। इसके बाद सौरव गांगुली के कंधों पर कप्तानी का जिम्मा सौंपा गया।
सौरव गांगुली से बड़ी उम्मीदें थी और इन्होंने इसे सही ठहराते हुए भारत को पहले तो मैच फिक्सिंग की बुरी यादों से निकाला जिसके बाद टीम ने इनके नेतृत्व में देश विदेश में विजय पताका फहराया।
अपनी कप्तानी में हर जगह पर सफलता की हासिल
सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम ने अपना सबसे अच्छा दौर देखा। इसमें चाहे विश्व कप 2003 का रनरअप होना हो या 2004 में पाकिस्तान में पहली बार कामयाबी या फिर इंग्लैंड में नेटवेस्ट ट्रॉफी, हर जगह सौरव गांगुली ने भारतीय टीम को अपनी कप्तानी में जीतना सिखाया।
करियर खत्म होने के बाद यहां से हो रही है नेटवर्थ
बड़े शानदार करियर के बाद 2005 में इनके करियर में खराब दौर आया जब नए कोच ग्रेग चैपल से विवाद सामने आया और इसके बाद अगले दो साल में करियर खत्म हो गया।
साल 2007-08 में अपने करियर को खत्म करने के बाद दादा प्रशासक क्षेत्र से जुड़े जहां वो बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के साथ ही बीसीसीआई में भी अपना योगदान दे रहे हैं। इसके अलावा वो कमेंट्री में भी हाथ अजमाते हैं और साथ ही इनके पास एक फुटबॉल टीम की फ्रेंचाइजी है। इन सभी जगहों से सौरव गांगुली की अच्छी खासी नेटवर्थ हो जाती है।
कुल नेटवर्थ – 99 करोड़ रूपये
निजी संपत्ति – 45 करोड़ रूपये
लग्जरी कारे (5) – 7 करोड़ रूपये
बीसीसीआई से मिलने वाला मेहनताना- 5 करोड़ रूपये
ब्रांड एडोर्समेंट- 2 करोड़ रूपये
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