श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच खेले गये तिसरे वनडे में, कुछ दर्शकों के दंगे करने की वजह से दोनों टीमों के खिलाडियों को मैच के बीच से ही ड्रेसिंग रुम में लौटना पडा.
दोनों टीमों के दों गुटों में ये लड़ाई हुई, और पुलिस की टीम ने आकर इसको रोक दिया. काफी लोगों ने मैदान में पत्थर भी फेकें.
पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट खोकर 316 रन बनाए थे. श्रीलंका का स्कोर 158/7 था तभी ये सब हुआ. जब पत्थर मैदान पर फेकें गये, तब खिलाडियों ने अंपायरों से इसकी शिकायत की, और अंपायर ने खेल को रोका, और खिलाडियों को ड्रेसिंग रूम में जाने के लिए कहा.
हालाँकि किसी खिलाडी को कोई हानी नहीं हुई. जब तक सब कुछ शांत नहीं हुआ तब तक 20 मिनिट तक खिलाडी ड्रेसिंग रूम में थे. पाकिस्तान ने ये मैच 135 रन से जीता, और अब सीरीज में 2-1 से आगें है. हालाँकि अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन पत्थरबाजी की वजह से काफी कुर्सियों की हालात खराब है.
पाकिस्तानी खिलाडी और दर्शकों ने, इसके लिए श्रीलंकन दर्शकों को दोषी ठहराया है. फिर पाकिस्तान टेस्ट कप्तान मिस्बाह उल हक ने ट्विट करके कहा कि, हम श्रीलंकाई टीम और उनके दर्शकों के साथ है.
शोएब अख्तर ने भी मिस्बाह के ट्विट को दोहराया. महेला जयवर्धने ने कहा कि, ये काफी गलत हुआ, हमे खेल को खेल भावना से लेना चाहिए, और कुछ दर्शकों की वजह से, हम सभी दर्शकों को दोषी नहीं मान सकते.