वर्तमान समय में राहुल द्रविड़ टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच हैं। द्रविड़ क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में कोचिंग की कमान संभाले हुए हैं लेकिन वर्तमान समय में भारतीय टीम का शेड्यूल इतना व्यस्त हो चुका है कि अब कप्तान और उपकप्तान के साथ हेड कोच समेत पूरी कोचिंग स्टाफ को ही आराम देना पड़ रहा है। अभी हाल ही में टी20 विश्व कप के बाद टीम इंडिया की एक टुकड़ी न्यूजीलैंड दौरे पर थी जहाँ रोहित शर्मा और केएल राहुल को आराम दिया गया था। इसके साथ ही हेड कोच राहुल द्रविड़ समेत पूरी कोचिंग स्टाफ को भी आराम मिला था। उनकी जगह वीवीएस लक्ष्मण को हेड कोच बनाकर न्यूजीलैंड भेजा गया था।
ऐसे में अब कहीं ना कहीं बीसीसीआई को स्प्लिट कैप्टेंसी के साथ स्प्लिट कोचिंग के बारे में भी सोचना शुरू कर देना चाहिए। जैसे इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने किया है। ऐसी ईसीबी ने टेस्ट में ब्रेंडन मैक्कुलम को कोच बनाया है जबकि सफेद गेंद के क्रिकेट में मैथ्यू मोट को कोच बनाया है। मैक्कुलम की कोचिंग में इंग्लैंड की टीम अच्छा कर रही है और सभी बल्लेबाज विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं। इसका नजारा हमें पाकिस्तान और इंग्लैंड के टेस्ट मैच के पहले ही दिन देखने को मिल गया था। ऐसे में आज हम आपको 3 पूर्व विस्फोटक खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो भविष्य में भारत के टेस्ट कप्तान अगर बन गए तो टीम इंडिया (Team India) की रूप रेखा ही बदल जाएगी।
वीरेंदर सहवाग
इस लिस्ट में पहला नाम टीम इंडिया (Team India) के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग का है जो अगर भारत के टेस्ट टीम के हेड कोच बन जाएंगे तो टीम इंडिया की रूप रेखा ही बदल जाएगी। सहवाग को कोचिंग का अनुभव तो नहीं है लेकिन वो कई बार टीम इंडिया के साथ काम करने की इच्छा जाहिर चुके हैं। साथ ही वो आईपीएल में पंजाब किंग्स के मेंटॉर रह चुके हैं। एक बार तो यह बल्लेबाज हेड कोच बनने के लिए भी आवेदन कर चुका है।
सहवाग अपने जमाने के एक ऐसे खिलाड़ी थे जो टेस्ट में भी वनडे और टी20 की तरह ही खेलते थे। बता दें कि वीरू ने टेस्ट क्रिकेट में 104 मैचों की 180 पारियों में 23 शतक की मदद से 8586 रन बनाए हैं और वो भी 82.23 की स्ट्राइक रेट से।
एबी डिविलियर्स
इस लिस्ट में दूसरा नाम दक्षिण अफ्रीका के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज एबी डिविलियर्स का है जो अगर टीम इंडिया (Team India) के टेस्ट टीम के हेड कोच बन जाएंगे तो भारत की रूप रेखा ही बदल जाएगी। डिविलियर्स को कोचिंग का अनुभव तो नहीं है लेकिन वो अगले साल आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए मेंटॉर की भूमिका में नजर आएँगे।
इससे ये संकेत मिलते हैं कि डिविलियर्स कोचिंग की दुनिया में कदम रख सकते हैं। यह खिलाड़ी में टेस्ट क्रिकेट में विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करता था। डिविलियर्स ने 114 मैचों की 191 पारियों में 22 शतक के साथ कुल 8765 रन बनाए हैं और वो भी की 54.51 स्ट्राइक रेट से।
एडम गिलक्रिस्ट
इस लिस्ट में तीसरा नाम ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट का है जो अगर टीम इंडिया (Team India) के टेस्ट टीम के हेड कोच बन जाएंगे तो भारत की रूप रेखा ही बदल जाएगी। साल 2012 में गिलक्रिस्ट पंजाब किंग्स के कोच रह चुके हैं। ऐसे में उनके पास कोचिंग का अनुभव भी है।
बता दें कि यह खिलाड़ी में टेस्ट क्रिकेट में विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करता था। गिलक्रिस्ट ने 96 मैचों की 137 पारियों में 17 शतक के साथ कुल 5570 रन बनाए हैं और वो भी की 81.95 स्ट्राइक रेट से।