भारतीय खेल मंत्रालय आने वाले दो सालो में ऑनलाइन स्पोर्ट्स बेटिंग को लीगल करने की सोच रही है. मंत्रालय ने पहले ही इसके लिए एक कमेटी बना दी है जो इसको लीगल बनाने के लिए रूल्स बनाएगी. भारत सरकार इसके लिए ब्रिटिश गवर्नमेंट की मदद लेगी क्योंकि ब्रिटेन में गैंबलिंग के लिए पहले से ही कई लॉ मौजूद हैं.
“ब्रिटेन में गैंबलिंग को लेकर कई नियम हैं और हम उनके इस सिस्टम को समझाने की कोशिश कर रहे हैं और हमे उम्मीद है कि ब्रिटेन की गवर्नमेंट हमारी मदद करेगी”, मिनिस्ट्री ऑफिसियल. वीडियो: युवराज सिंह के मना करने के बाद भी पत्नी हेजल कीच ने वायरल किया युवराज के साथ अपनी निजी वीडियो
अपनी प्रेजेंटेशन में मंत्रालय ने बताया है कि ब्रिटेन ने इस गंदे काम को लाटरी और ऑनलाइन बेटिंग से अच्छा कर दिया है. मंत्रालय इसके लिए ब्रिटेन से एक करार करेगा जिसके तहत ऑनलाइन बेटिंग की बारीकियों को समझने में मदद मिलेगी और इसे जल्द ही भारत में लीगल बना दिया जाएगा.
स्पोर्ट्स मंत्रालय के मुताबिक सरकार इस कदम के लिए बिलकुल तैयार है. इससे ना केवल स्पोर्ट्स को फायदा पहुंचेगा बल्कि इकॉनमी को भी एक बूस्ट मिलेगा. स्पोर्ट्स मंत्रालय जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय नियमो को खेलो में शामिल करना चाहता है. पहले धोनी-युवराज और अब इस खिलाड़ी के प्यार में पड़ी दीपिका पादुकोण, रणवीर को दे रही है धोखा!
बेटिंग हमेशा से ही एक कंट्रोवरसिअल विषय रहा है. हाल ही में हुए मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग ने इसे और हवा दी है. यह फैसला तब लिया गया है जब सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीस आरऍम लोढ़ा ने अपनी एक रिपोर्ट में सुझाव दिया है कि क्यों ना बेटिंग को लीगल बना दिया जाये. लोढ़ा ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बेटिंग लीगल करने से भारतीय खेल और भारतीय इकॉनमी दोनों के लिए अच्छे साबित हो सकते हैं.