24 नवंबर से शुरु हुए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के दुसरे टेस्ट मैच भारत ने श्रीलंकाई टीम को पारी व 239 रनों से हरा दिया है. भारतीय टीम का नागपुर में खेले गए इस टेस्ट मैच में पूरी तरह दबदबा रहा, और भारत मैच के हर सेशन में श्रीलंका पर हावी ही रहा.
श्रीलंकाई टीम के इस बेहद निराशाजनक प्रदर्शन के बाद श्रीलंकाई कोच निक पोंथस बहुत ज्यादा दुखी है और अपने इसी दुःख में वह कह रहे है, कि खिलाड़ियों को अपने स्वयं के प्रदर्शन में शर्मिंदा होना चाहिए.
टेस्ट क्रिकेट में चार से छह घंटे तक बल्लेबाजी करना जरुरी
श्रीलंकाई कोच निक पोंथस ने अपने एक बयान में कहा, “तीन दिवसीय और चार-पांच दिवसीय क्रिकेट मैच में यह बहुत जरुरी होता है कि आप एक बल्लेबाज के नाते चार से छह घंटे तक बल्लेबाजी करने में सक्षम हो और यह चार-पांच दिवसीय मैच में एक अवसर भी होता है लंबे समय तक बल्लेबाजी करने का, लेकिन हमारे बल्लेबाज उच्च गुणवत्ता वाली गेंदबाजी के खिलाफ टेस्ट मैचों के मुकाबले में बेहतर नहीं खेल पा रहे है.”
योजना को मैदान में निष्पादित करना जरुरी
श्रीलंकाई कोच निक पोंथस ने आगे अपने बयान में कहा, “आप मैच से पहले सभी तरह की बात कर सकते हो या आप बहुत योजना बना सकते हैं, लेकिन दिन के अंत में आपको निष्पादित करने की ज़रूरत होती है. एक खिलाड़ी के रूप में आप रन नहीं बना रहे हो, विकेट नही ले रहे हो और कैच नहीं पकड़ रहे हो, तो जाहिर है कि नतीजे भी आपके पक्ष में नहीं आयेंगे, क्योंकि यह एक पेशेवर खेल की दुनिया है.”
खिलाड़ियों को खुद ही शर्मिंदा होना चाहिए
श्रीलंकाई कोच निक पोंथस ने आगे अपने बयान में कहा, “यह हार बेहद निराशाजनक है, क्योंकि हमने टीम के साथ बहुत अच्छा काम किया है, लेकिन फिर भी ऐसी हार, यह शर्मनाक है. ऐसे प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों को खुद ही शर्मिंदा होना चाहिए. नेट पर अभ्यास करने का कोई भी मतलब नहीं है, अगर आप मैदान के बाहर बोर्ड पर रन नहीं लगा सकते हैं”