टेस्ट के चैंपियन गेंदबाज़ रविचंद्रन अश्विन ने आईसीसी चैंपियंस 2017 के दौरान के गेंदबाजी की, लेकिन उनकी गेंदबाज़ी टेस्ट के मुक़ाबले बेहद साधारण दिखाई दी, उनकी गेंदबाजी में कोई भी मिश्रण दिखाई नहीं दिया, जिससे की बल्लेबाज़ उनकी गेंदबाजी पर आसानी से रन बनाते हुए दिखाई दिए.
भारत के विजयी टेस्ट सीजन के दौरान रविचंद्रन अश्विन टीम के नायक रहे, हालाँकि चैंपियंस ट्राफी में अश्विन ने अपने प्रदर्शन से टीम मैनेजमेंट और फैन्स को बेहद ही निराश किया.
चैंपियंस ट्राफी में अश्विन की गेंदबाजी देखकर सिमित ओवरों की क्रिकेट में अश्विन के स्थान को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
रविचंद्रन अश्विन के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह को वापसी को लेकर चर्चा तेज हो गई है, भज्जी ने चैंपियंस ट्राफी के पिछले सीजन में अच्छा किया है, हाल का प्रदर्शन देखे तो टी-ट्वेंटी क्रिकेट में भज्जी अश्विन से बेहतर दिखाई देते हैं.
हरभजन सिंह पिछले वर्ष एशिया कप के दौरान यूएई के विरुद्ध आख़िरी बार भारत के लिए खेलते हुए दिखाई दिए थे, जिसके बाद हरभजन सिंह ने घरेलु क्रिकेट और आईपीएल में बेहद दमदार प्रदर्शन किया हैं.
37 वर्षीय हरभजन सिंह में अब ज्यादा क्रिकेट नहीं बचा है, लेकिन जब तक अश्विन सिमित ओवरों के क्रिकेट में अपनी फॉर्म हासिल नहीं करते है, तब तक हरभजन सिंह टीम में दोबारा वापसी कर सकते है. ऐसे में हरभजन सिंह जैसे अनुभवी खिलाड़ी के साथ जडेजा, अश्विन और कुलदीप यादव जैसे होनहार स्पिनरों को काफ़ी कुछ सीखने को मिल सकता हैं. टीम मैनेजमेंट युवराज सिंह और एमएस धोनी को नाकामी के बाद भी लगातार मौके दे रही है, ऐसे में हरभजन सिंह भी एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं.
अश्विन और हरभजन सिंह भारत के लिए लगातार कई मैच में एक साथ गेंदबाजी करते हुए दिखाई दे चुके हैं. इस लेख में हम अश्विन और हरभजन सिंह के आकंडो का विश्लेषण करेगे:-
टेस्ट
रविचंद्रन अश्विन
स्थल | मैच | विकेट | औसत | स्ट्राइक-रेट | 5 विकेट हौल | मैच में 10 विकेट | बेस्ट प्रदर्शन |
घर | 30 | 208 | 22.64 | 49.4 | 20 | 6 | 7/59 |
घर से बाहर | 119 | 112 | 33.24 | 62.16 | 5 | 1 | 7/83 |
हरभजन सिंह
स्थल | मैच | विकेट | औसत | स्ट्राइक-रेट | 5 विकेट हौल | मैच में 10 विकेट | बेस्ट प्रदर्शन |
घर | 50 | 265 | 28.77 | 64.11 | 18 | 4 | 8/84 |
घर से बाहर | 46 | 152 | 38.9 | 76.26 | 7 | 1 | 7/120 |
आंकड़े दर्शाते है, कि टेस्ट क्रिकेट में अश्विन हरभजन से बेहतर है. अश्विन ने हरभजन सिंह से 50 टेस्ट कम खेले है, लेकिन दोनों के बीच का अंतराल सिर्फ 150 विकेट का है, और आंकड़ो के लिहाज से कहा जा सकता है, कि जल्द ही अश्विन हरभजन सिंह से आगे होगे.
एकदिवसीय
रविचंद्रन अश्विन
स्थल | मैच | विकेट | औसत | स्ट्राइक-रेट | 5 विकेट हौल | इकोनोमिक दर | बेस्ट प्रदर्शन |
घर | 42 | 65 | 30.88 | 36.52 | 0 | 5.07 | 3/24 |
घर से बाहर | 69 | 85 | 34.47 | 42.91 | 0 | 4.82 | 4/25 |
हरभजन सिंह
स्थल | मैच | विकेट | औसत | स्ट्राइक-रेट | 5 विकेट हौल | इकोनोमिक दर | बेस्ट प्रदर्शन |
घर | 95 | 110 | 35.48 | 47.75 | 3 | 4.46 | 5/31 |
घर से बाहर | 141 | 159 | 31.89 | 45.45 | 2 | 4.21 | 5/56 |
एकदिवसीय क्रिकेट में दोनों खिलाडियों के आंकड़े बेहद दिलचस्प है. टेस्ट क्रिकेट के विपरीत घर में खेले गए एकदिवसीय में अश्विन लगभग विभागों में हरभजन सिंह से आगे हैं.
हालाँकि घर से बाहर खेले गए मैचो की बात करे तो हरभजन सिंह ने साबित किया है, कि स्ट्राइक-रेट को छोड़कर वह हर विभाग में अश्विन से बेहतर हैं. अश्विन जैसे-जैसे ज्यादा एकदिवसीय खेलेगे उनकी गेंदबाजी स्ट्राइक-रेट में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती हैं.
टी-ट्वेंटी
रविचंद्रन अश्विन
स्थल | मैच | विकेट | औसत | स्ट्राइक-रेट | 5 विकेट हौल | इकोनोमिक दर | बेस्ट प्रदर्शन |
घर | 16 | 19 | 20.74 | 17.37 | 0 | 7.16 | 4/8 |
घर से बाहर | 30 | 33 | 24.21 | 21.09 | 0 | 6.89 | 4/11 |
हरभजन सिंह
स्थल | मैच | विकेट | औसत | स्ट्राइक-रेट | 5 विकेट हौल | इकोनोमिक दर | बेस्ट प्रदर्शन |
घर | 2 | 1 | 37 | 48 | 0 | 4.63 | 1/17 |
घर से बाहर | 26 | 24 | 24.79 | 23.5 | 0 | 6.33 | 4/12 |
हरभजन सिंह ने भारत ने केवल 2 टी-ट्वेंटी मैच खेले है, ऐसे में घरेलु परिस्तिथि के आकंडे की तुलना करना सही नहीं होगा, हालाँकि दोनों खिलाडियों के घर से बाहर के आकंडे बेहद रोचक हैं.
दोनों ही, अश्विन और हरभजन की औसत सामान मैचो में लगभग 24 के करीब हैं. अश्विन की स्ट्राइक-रेट थोड़ी बेहतर है, लेकिन भज्जी की इकोनोमिक दर अश्विन से कम है, जो निश्चित तौर पर बेहतर है.
यदि हम पिछले कुछ वर्षों के आईपीएल प्रदर्शन पर गौर करते हैं, तो हरभजन की इकोनोमिक दर अश्विन से बेहतर रही है.
निष्कर्ष:
आंकड़ो के अनुसार कहना है मुश्किल होगा कि दोनों खिलाड़ियों में से कौन सा गेंदबाज़ ज्यादा बेहतर ऑफ-स्पिनर हैं. अश्विन जब हरभजन सिंह के बराबर मैच खेल लेगे, तब इन दोनों खिलाड़ियों के बारे में कुछ कहना उचित होगा.
मौजूदा समय में अश्विन भारत के लिए टीमों फॉर्मेट में खेल रहे है, जबकि हरभजन लगभग 15 महीनों से अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं.
हरभजन सिंह के करियर के अब कुछ ही वर्ष बचे है, ऐसे में उनकी इकोनोमिक दर को देखते हुए उन्हें टी-ट्वेंटी क्रिकेट में मौका दिया जाना चाहिए. हरभजन सिंह एक छोर पर बल्लेबाजों पर दवाब बना सकते है, जबकि दुसरे गेंदबाज़ इसकी मदद से विकेट हासिल कर सकते हैं.