भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबलों का सभी क्रिकेट प्रेमियों को इंतजार रहता है. क्योंकि, जब ये दो टीम आपस में भिड़ती हैं तो सभी को कड़ी लड़ाई देखने को मिलती है. यही हाल पहले एकदिवसीय मुकाबले में भी देखने को मिला.
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक समय भारतीय टीम बिलकुल बैकफुट पर धकेल दिया जब टीम ने 11 रनों के अन्दर तीन विकेट गवां दिए. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज नाथन कुल्टर नाइल ने भारत के टॉप ऑर्डर की कमर तोड़कर रख दी. उन्होंने विराट कोहली को भी शून्य पर चलता किया.
विराट कोहली का यह साल बेहतरीन रहा है, लेकिन उन्होंने चेपक में शून्य पर आउट हों नया रिकॉर्ड बना दिया. आइये जानते हैं कि विराट ने शून्य में आउट हो कौन से रिकॉर्ड तोड़े या बनाए.
1. विराट पहले कप्तान
एमए चिदंबरम स्टेडियम भारत का एक मात्र स्टेडियम है जहां, कोई भारतीय कप्तान एक से अधिक बार शून्य पर आउट हुआ हो. इससे पहले गौतम गंभीर न्यूजीलैंड के खिलाफ 2010 में इस मैदान में शून्य पर आउट हुए थे.
अहमदाबाद और विशाखापत्तनम भी ऐसे शहर हैं जहां कोई भारतीय भारतीय कप्तान एक से अधिक बार शून्य पर आउट हुआ हो. लेकिन मैदान अलग अलग थे.
2. चेपक दूसरा स्टेडियम
चेपक दूसरा ऐसा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्थान है, जहां विराट कोहली दो बार जीरो पर आउट हुए. कोहली इससे पहले 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ जीरो में आउट हुए थे. वह बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में दो बार शून्य पर आउट हो चुके हैं.
3. एक वर्ष में दो बार
विराट कोहली इस वर्ष वनडे क्रिकेट में दूसरी बार 19 पारियों में शून्य पर आउट हुए हैं. इससे पहले वो इसी वर्ष श्रीलंका के खिलाफ द ओवल में 8 जून 2017 को चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान आउट हुए थे. इससे पहले 2006 में यह रिकॉर्ड तब कप्तान राहुल द्रविड़ के पास था जो एक साल में दो बार कप्तान रहते हुए जीरो पर आउट हुए.
4. कुल्टर नाइल ने दूसरी बार
कूल्टर ने टीम इंडिया के कप्तान कोहली को शून्य के स्कोर पर आउट किया. यूं तो कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक 27 बार शून्य पर आउट हुए हैं, लेकिन, कूल्टर अकेले ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने उन्हें दो बार शून्य पर आउट किया है
5. सहवाग आखिरी बार जीरो पर हुए थे आउट-
भारत की तरफ से अपने घर में खेलते हुए वीरेंदर सहवाग आखिरी कप्तान थे, जो जीरो पर आउट हुए थे. सहवाग 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद में में खेलते हुए मैच की पहली ही गेंद पर आउट हुए थे.