किसी मैच के दौरान दो खिलाड़ियों के बीच होने वाले विवाद से उनके चरित्र का आंकलन नहीं किया जा सकता है। जिस तरह आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ डीआरएस विवाद में फंसे थे, उसके के मुताबिक उनके चरित्र का गलत आंकलन नहीं करना चाहिए। इस विवाद के उन्होंने रांची टेस्ट मैच में जबरदस्त शतक लगा कर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया। इस मसले के बाद आस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी लैन चैपल उनका समर्थन किया। क्रिस गेल ने बना डाला छक्कों का वो रिकॉर्ड जो अब कभी नहीं टूट सकता
चैपल ने कहा, ”स्मिथ सफल कप्तान होने के साथ ही एक उम्दा बल्लेबाज भी हैं, लेकिन भारत दौरे पर उन्होंने अपने खेल को और ज्यादा उंचाईयों तक पहुंचाया है। उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में दो शतक लगाए हैं। रांची टेस्ट मैच के दौरान भारतीय गेंदबाजों के पास ऐसी कोई गेंद नहीं थी जिससे वो स्मिथ को आउट कर सकें। उन्हें भारतीय खेमे ने कई दफे रन आउट करना चाहा, लेकिन वो इस युक्ति में भी असफल नजर आए। स्मिथ की रन बनाने की प्यास खत्म ही नहीं हो रही थी। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने कहीं भी गलती की गुंजाईश नहीं छोड़ी और पूरे मैच में संतुलित हो कर खेलते रहे।”
उन्होंने ने कहा, ”निश्चित तौर पर स्मिथ आस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी के सबसे महत्वपूर्ण किरदार हैं। लेकिन वो अपनी बल्लेबाजी के साथ टीम के प्रदर्शन पर भी गौर करते हैं। मैक्सवैल लम्बे अंतराल के टेस्ट मैच खेल रहे थे। इस दौरान स्मिथ उनकी बल्लेबाजी पर काफी ध्यान दिया। मैक्सवेल ने स्मिथ के साथ मिल कर बड़ी साझेदारी की जो कि आस्ट्रेलिया के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रही।” भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: आर. अश्विन ने एक-दो नहीं, बल्कि कई बड़े रिकॉर्ड किये अपने नाम
पूर्व आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने रिद्धिमान साहा का जिक्र करते हुए कहा, “रांची टेस्ट मैच के दौरान स्मिथ के पैर में बॉल फंस गई थी। साहा ने उस समय स्कूल में खेल रहे 11 साल के बच्चे की तरह गेंद निकाली, जो बचकानी हरकत थी।”