स्टुअर्ट बिन्नी ने भारत की और से पहली बार बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करने पर खुशी जताई. जिंबाब्वे दौरे पर जाने से पहले बिन्नी ने कहा था की, में टीम में बडी भूमिका निभाना चाहता हू. और जिंबाब्वे के खिलाफ पहले वनडे में उन्होंने 77 रनों की शानदार पारी खेली, और रायडू के साथ मिलकर 160 रनों की साझेदारी की.
बिन्नी आमतौर पर ऐसे जगह खेलते है जहा उनको ज्यादा बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिलता. लेकिन जिंबाब्वे के खिलाफ उन्हें बढिया मौका मिला और उसका उन्होंने पुरा फायदा उठाया. बिन्नी जब बल्लेबाजी करने आए तब 25 ओवर बाकि थे. और बिन्नी ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाया.
बिन्नी ने बीसीसीआई के वेबसाईट पर कहा, की मुझे ज्यादातर सिर्फ 5 ओवर ही खेलने को मिले है, लेकिन जिंबाब्वे के खिलाफ मुझे पुरा मौका मिला. और दबाव में मेंने पहले पिच को देखा फिर अपना खेल खेला.
उन्होंने कहा की, मैने पहले दस ओवर पिच पर समय गुजारा, फिर अपना खेल खेला. ये ऐसा विकेट था की जिसपर आपको पहले कुछ ओवर ध्यान से खेलता होता है, फिर आप एक बार टिक गये तो आप अपना गेम खेल सकते.
बिन्नी और रायडू ने आखिरी दस ओवरों में 91 रन बनाए. बिन्नी कहा की, हम दोनों सेट हो चुके थे और फिर हमने ये तय किया की अब आक्रमक खेलेंगे. शुरूआत में हमने स्ट्राईक रोटेट किया, और जैसे ही हम सेट हुए हमने आक्रमक खेला.
हरारे में पहली पारी में शुरुआत में गेंद स्विंग होता है, और इसपर बिन्नी ने कहा की आपको बडा शॉट खेलने से पहले यहा सोचना होगा.
बिन्नी ने कहा, अगर हमे फिर से यहा पहले बल्लेबाजी करनी पडी, तो हमे पहले 15 ओवरों तक विकेट नहीं खोना होगा. और ऐसा करने में हम कामयाब हुए तो हम 300 रन भी बना सकते है.