विश्व क्रिकेट में सिर्फ टेस्ट बल्लेबाज की रूप में जाने जाते थे ये खिलाड़ी, बाद में बने वनडे के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज 1

मौजूदा दौर में कई क्रिकेटर ऐसे हैं जिन्होंने क्रिकेट के हर प्रारूप में बेहतर से भी और बेहतर प्रदर्शन कर एक अलग ही मुकाम हासिल किया है। लेकिन कुछ स्पेशलिस्ट भी होते हैं, कुछ को क्रिकेट का लम्बा फॉर्मेट खेलना ज्यादा पसंद है, किसी को टी20, तो किसी को एकदिवसीय मैच।

ब्रेंडन मैक्कुलम, जिन्हें हमेशा से ही क्रिकेट के छोटे प्रारूप खेलना पसंद रहा है। वहीँ चेतेश्वर पुजारा, जिन्होंने बीते वर्ष, एक टेस्ट मैच इनिंग में सबसे ज्यादा गेंद खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था।

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लेकिन इस आर्टिकल में हम ऐसे कुछ क्रिकेटरों पर प्रकाश डालने जा रहे हैं, जिन्हें टेस्ट मैच स्पेशलिस्ट के नाम से जाना जाता रहा है। लेकिन इन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट में भी अपनी ऐसी छाप छोड़ी, कि इन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।

राहुल द्रविड

विश्व क्रिकेट में सिर्फ टेस्ट बल्लेबाज की रूप में जाने जाते थे ये खिलाड़ी, बाद में बने वनडे के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज 2

राहुल द्रविड़ को हमेशा से ही एक टेस्ट बैट्समैन के रूप में जाना जाता रहा है। उन्होंने टीम के लिए तीन, चार और पांचवे नंबर पर भी बल्लेबाजी करते हुए टीम को बहुत बार संकट की स्थिति से बाहर निकाला है।

टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 52 की औसत से तेरह हज़ार से अधिक रन हैं। उन्हें केवल एक टेस्ट क्रिकेट बैट्समैन कहना कुछ हद तक ग़लत होगा। क्योंकि एकदिवसीय क्रिकेट में भी उन्होंने करीब चालीस की औसत से 10889 रन बनाए।

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यह भी सच है कि वो इस समय तक एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले तीसरे सबसे सफ़ल भारतीय हैं। उस दौर में पाकिस्तानी और ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाजों के खिलाफ़ रन बनाना बहुत ही मुश्किल टास्क हुआ करता था। लेकिन राहुल द्रविड़ जैसे भारतीय टीम की रीढ़ बन चुका था।

यूनुस खान

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इस बात में कोई दो राय नहीं कि यूनुस खान को हमेशा से टेस्ट क्रिकेट ही ज्यादा खेलना पसंद रहा है। उन्होंने टेस्ट में 52 की औसत से दस हज़ार से अधिक रन बनाये। लेकिन जब बात एकदिवसीय क्रिकेट पर आती है, तो चाहे वो इस फॉर्मेट में ज्यादा रन ना बना पाए हो।

लेकिन अपनी पहली ही एकदिवसीय सीरीज़ में ही उन्होंने दर्शा दिया था कि वो किस तरह की शैली के बल्लेबाज हैं। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ़ अपने ODI डेब्यू में 46 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। पचास ओवर के फॉर्मेट में उनके नाम सात हज़ार से अधिक रन हैं।

महेला जयवर्धने

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इस खेल के हर प्रारूप में इनका प्रदर्शन दर्शाता है कि ये कितने प्रतिभा के धनी रहे हैं। उनके नाम करीब 26000 अंतरराष्ट्रीय रन हैं। जयवर्धने उस लिस्ट में शामिल किये जाते हैं जिन्होंने टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट, दोनों में ही दस हज़ार से अधिक रन बनाये हैं।

उन्होंने दुनिया के सबसे कठिन मैदानों में गिने जाने वाले मैदानों पर भी एकदिवसीय शतक जड़े हैं। एकदिवसीय मैचों में उनके नाम साढ़े बारह हज़ार से अधिक रन हैं। इस दौरान उन्होंने 19 शतक और 77 अर्द्धशतक भी जड़े।