इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन में इस बार दिल्ली डेयरडेविल्स से बड़ी उम्मीदें थी। दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम आईपीएल के इतिहास में अपने पहले खिताब की तलाश में इस बार आईपीएल की जंग में उतरा था। दिल्ली डेयरडेविल्स एक नए बदलाव के साथ इस हाई वॉल्टेज लीग में उतरी तो सही लेकिन जिस तरह का दिल्ली डेयरडेविल्स का प्रदर्शन रहा उससे उनका हर प्रशंसक बहुत ही निराश है।
दिल्ली डेयरडेविल्स के प्रदर्शन से एक बार फिर निराशा
आईपीएल के इतिहास में एक बार भी खिताबी सफर नहीं कर सकी दिल्ली डेयरडेविल्स में इस बार एक अलग ही तरह का बदलाव देखा गया। टीम में ऐसे कई खिलाड़ी थे जो टीम को सफलता दिलाने की काबिलियत रखते थे। इनसे उम्मीदें भी जबरदस्त रही लेकिन दिल्ली डेयरडेविल्स का प्रदर्शन जिस तरह का रहा उसे हर किसी ने देखा।
कई चीजों में बदलाव स्थिति रही जस के तस
दिल्ली डेयरडेविल्स अब तक अपने 13 मैचों में 9 हार और 4 जीत के साथ अंक तालिका में अंतिम पायदान पर है। दिल्ली की टीम के लिए शुरूआती 6 मैचों में गौतम गंभीर कप्तान रहे, तो उसके बाद युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को कप्तान बनाया गया लेकिन स्थिति जस के तस बनी हुई है।
सुनील गावस्कर ने चयन प्रक्रिया को माना दिल्ली की विफलता का कारण
दिल्ली डेयरडेविल्स अभी तक एकमात्र ऐसी टीम है जो बाहर का रास्ता देख चुकी है। अब सवाल उठता है कि आखिर इतने अच्छे संतुलन के बाद भी दिल्ली डेयरडेविल्स की गत इतनी बुरी कैसे हो गई? दिल्ली डेयरडेविल्स की विफलता के बाद भारत के महान बल्लेबाज रहे सुनील गावस्कर ने इसके पीछे का कारण टीम की चयन प्रक्रिया को बताया।
विदेशी कोच को नही था घरेलु खिलाड़ियों के बारे में जानकारी
सुनील गावस्कर ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत करते हुए कहा कि
“दिल्ली जाहिर तौर पर एक बार फिर से प्लेइंग इलेवन में खराब चयन प्रक्रिया के कारण बाहर है। एक ऐसे कोच को रखा जो घरेलु खिलाड़ियों को देख नहीं सका। जब तक युवा अभिषेक शर्मा को टीम में शामिल किया गया तब तक तो टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर को चुकी थी।”
अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आए तो प्लीज इसे लाइक और शेयर करें।