भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के दिन ही भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर सुरेश रैना ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था. सुरेश रैना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट कर यह जानकारी दी थी. वह जुलाई 2018 से भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे. टीम इंडिया में वापसी ना होने के कारण आख़िरकार उन्होंने अपने संन्यास का अधिकारिक ऐलान कर दिया था.
कई फैंस का मानना धोनी के चलते टीम इंडिया में बने रहे रैना
सुरेश रैना ने अपनी शानदार पारियों से भारतीय टीम को कई मैच जीताए हैं, लेकिन इसके बावजूद भी कई क्रिकेट फैंस कहते हैं कि धोनी के चलते सुरेश रैना को टीम इंडिया में खेलना का मौका मिला. फैंस का मानना है कि धोनी की दोस्ती के कारण ही कई बार खराब प्रदर्शन के कारण रैना टीम में बने रहे थे.
अपनी काबिलियत के कारण भारतीय टीम का हिस्सा बना
सुरेश रैना ने अपनी किताब “बिलीव” में, धोनी के चलते टीम इंडिया में मौका मिलने की बात का खंडन करते हुए लिखा, “कहां जाता है कि मुझे धोनी की वजह से टीम इंडिया में मौके मिले, लेकिन मैं अपनी काबिलियत के कारण भारतीय टीम का हिस्सा बना.
उन्होंने आगे लिखा, “हां, धोनी जानते थे कि मुझसे बेस्ट प्रदर्शन कैसे करवाया जा सकता है और मैंने उनपर भरोसा किया. बहुत दुख होता है जब लोग हमारी दोस्ती को मेरी टीम इंडिया में जगह पाने से जोड़ते हैं. मैंने हमेशा टीम इंडिया में अपनी जगह हासिल की, ठीक वैसे ही जैसे मैंने धोनी का भरोसा और सम्मान हासिल किया.”
ऐसा रहा हैं सुरेश रैना का क्रिकेट करियर
सुरेश रैना ने भारतीय टीम के लिए 226 वनडे मैच खेले हैं, जिसमे उन्होंने 35.31 की औसत से 5615 रन बनाये हुए हैं. उनका टेस्ट करियर इतना खास नहीं रहा हैं. उन्होंने भारत के लिए 18 टेस्ट में 26.48 की औसत से 768 रन बनाये हुए हैं.
सुरेश रैना का टी-20 क्रिकेट का रिकॉर्ड बहुत शानदार है. अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में उन्होंने 78 मैच खेले हैं, जिसमे उन्होंने 29.16 की औसत से 1604 रन बनाये हुए हैं.