मीरपुर के स्टेडियम में हुए मेजबान बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट को निश्चित तौर पर याद रखा जाएगा. टेस्ट में जिस तरह टीमो का पलड़ा पल पल भारी और हल्का होता रहा, साथ ही साथ रोमांचक मोड़ पर समाप्त हुआ. अंत में इस टेस्ट में बांग्लादेश की ऐतिहासिक जीत हुई. इस मैच में दोनों ही तरफ से स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला रहा. 40 मैचों में से 34 विकेट स्पिन गेंदबाजों ने ही लिए. इस मैच में तमीम इकबाल को भी उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए याद किया जाएगा.
तमीम इकबाल ने अकेले दिखाया साहस-
बांग्लादेश के मैदान की पिच ऐसी थी, जिसमे बल्लेबाजों का टिकना मुश्किल हो रहा था. ऐसी टर्न लेती गेंदों के सामने तमीम इकबाल न केवल खड़े रहे बल्कि उन्होंने आक्रामकता भी दिखाई, और अच्छे शॉट दिखाए. तमीम इकबाल ने पहले मैच की पहली पारी में 71 रन और दूसरी पारी में 78 रन बनाए थे. इस बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें कैरियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग दिलाई. वह आईसीसी रैंकिंग में 14वां स्थान हासिल करने में सफल हुए.
महेंद्र सिंह धोनी को दिया प्रदर्शन का श्रेय-
बांग्लादेश के बाएँ हाथ के बल्लेबाज तमीम ने पिछले कुछ वर्षो में शानदार और लगातार प्रदर्शन किया है. तमीम ने हाल ही में संपन्न हुई चैंपियंस ट्राफी में भी अच्छी बल्लेबाजी की थी और टीम के लिए महत्वपूर्ण रन बनाए थे. उन्होंने इसी फॉर्म को बरकरार रखते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट की दोनों पारियों में 50 से अधिक रन बनाए. अपने इस प्रदर्शन के लिए महेंद्र सिंह धोनी को श्रेय दिया है.
धोनी के साक्षात्कार ने बदल दी जिन्दगी-
तमीम ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया, कि एक इंटरव्यू में एमएस धोनी के बयान ने उन्हें दबाव परिस्थितियों और क्रिकेट कम स्कोर का सामना करने में मदद की. मैंने एमएस धोनी का एक इंटरव्यू पढ़ा जिसमें उन्होंने कहा कि “क्रिकेट बहुत क्रूर खेल है.जब आप फॉर्म से बाहर हैं और रन नही बना पा रहे हैं, तो सब आप के साथ नकारात्मक होगा. आप के सामने गेंदबाज वो आएगा जो दुनिया का सर्वश्रेष्ठ है. आप एक अच्छा शॉट खेलेंगे मगर वह फील्डर के पास चला जाएगा. यहां तक कि प्रतिद्वंद्वी का सबसे खराब क्षेत्ररक्षक भी एक हाथ से पकड़ लेता है. यही कारण है कि मेरे कठिन समय में मैं धैर्य रखने और बड़ी गलतियों से बचने की कोशिश करता हूं. “