कुछ दिन पहले ही क्रिस गेल ने टी-20 लीग की फ्रेंचाइजीयों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था, कि 2 या 3 मैच में मेरे बल्ले से रन नहीं निकलते हैं, तो अचानक ही फ्रेंचाइजी टीमें मुझे बोझ समझने लगती है. मैं सिर्फ इस टी-20 लीग या कोई एक टी-20 लीग की बात नहीं कर रहा हूं. ऐसा मेरे साथ पिछले कई सालों से अलग-अलग टी-20 लीग में हो रहा है.
बांग्लादेश प्रीमियर लीग में ना खेलने की वजह से फंसे गेल
बांग्लादेश प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी टीम चिटगांव चैलेंजर्स ने वेस्ट इंडीज के दिग्गज बल्लेबाज क्रिस गेल के खिलाफ टूर्नमेंट में भाग नहीं लेने की स्थिति में कार्रवाई करने की मांग की है. गेल को 11 दिसंबर से शुरु हो रहे इस टी-20 लीग में चिटगांव चैलेंजर्स ने ड्राफ्ट से लिया था, लेकिन अब वह इस लीग में खेलने से मना कर रहे हैं.
मुझे नहीं पता मेरा नाम कैसे पहुंच गया
क्रिस गेल ने बीबीएल लीग के ड्राफ्ट में शामिल हुए अपने नाम को लेकर, अपने एक बयान में कहा, “मैं बिग बैश खेलने भी नहीं जा रहा हूं. मुझे पता नहीं है कि आगे मैं कहां क्रिकेट खेलूंगा. मैं नहीं जानता कि बीपीएल (बांग्लादेश प्रीमियर लीग) में मेरा नाम कैसे पहुंच गया. मेरा नाम एक टीम में था और मुझे पता नहीं था कि ऐसा कैसे हुआ.”
बीसीबी को कार्रवाई करनी चाहिए
चिटगांव चैलेंजर्स टीम के निदेशक जलाल यूनुस ने इस मामले को लेकर अपने बयान में कहा, “क्रिस गेल के एजेंट ने मुझे खुद बताया था, कि गेल को इस समझौते के बारे में पता है. वह अगर अब नहीं आते हैं, तो हम ड्राफ्ट के बाहर से खिलाड़ी को लेंगे. मुझे लगता है कि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड को अनुशासन से जुड़े ऐसे मामलों में कार्रवाई करनी चाहिए.”
बीसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निजामुद्दीन चौधरी ने बुधवार को कहा, “हम सभी मानक प्रक्रियाओं को बनाए रखते हैं जब किसी भी राष्ट्रीय क्रिकेटर का नाम ड्राफ्ट के लिए आता है. उसके लिए एक खिलाड़ी या उसके एजेंट की रुचि से ही नाम को शामिल किया जाता है. मैंने प्रक्रिया की जांच की है और सब कुछ एक मानक प्रक्रिया के अनुसार किया गया था.”