भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा और आखिरी मैच 15 जनवरी से ब्रिस्बेन के गावा के मैदान पर खेला जाएगा। भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल ब्रिस्बेन टेस्ट खेलने के होटल पहुच चुकी है। भारतीय टीम के खिलाड़ी होटल में वक्त बीता रहें हैं। भारतीय खिलाड़ियों को अपना पूरा काम खुद करना पड़ रहा है, यहाँ तक की टॉयलेट भी उन्हे खुद साफ करना पड़ रहा है।
भारतीय खिलाड़ी ब्रिस्बेन के होटल में कैद
भारतीय क्रिकेट टीम आखिरी टेस्ट मैच खेलने ब्रिस्बेन पहुंच चुकी है, अजिंक्य रहाणे की कप्तानी वाली टीम कोशिश करेगी की ब्रिस्बेन टेस्ट जीतकर सीरीज पर कब्जा जमाए। भारतीय टीम मंगलवार की दोपहर ब्रिस्बेन पहुंची। भारत के खिलाड़ी गाबा से करीब 4 किलोमीटर दूर एक फाइव स्टार होटल में ठहरी है।
5 स्टार होटल में रुकने के बावजूद भारतीय खिलाड़ियों को ब्रिस्बेन के इस होटल में मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल रही। ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक खिलाड़ियों को बिस्तर लगाने से लेकर टॉइलेट साफ करने तक पूरा काम खुद करना पद रहा है। ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक टीम इंडिया के किसी सदस्य ने इस बात का खुलासा किया है।
होटल में नहीं मिल रही है मूलभूत सुविधाये
भारतीय क्रिकेट टीम के साथ यात्रा करने वाले एक सदस्य ने ब्रिस्बेन में टीम के खिलाड़ियों को सुविधा नहीं मिलने के बारे में खुलासा किया है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा-
“हम खुद अपना बिस्तर लगा रहे हैं, खुद अपना टॉयलेट साफ करते हैं, खाना भी पास के भारतीय रेस्टोरेंट से आ रहा है। हम फ्लोर से इधर उधर भी नहीं जा सकते। पूरा होटल खाली है, मगर फिर भी हम स्वीमिंग पूल और जिम सहित होटल कि किसी भी सुविधा का इस्तेमाल नहीं कर सकते। होटल के सभी कैफे और रेस्टोरेंट भी बंद है।
सुविधा को लेकर किए गए वादे निकले निकले फर्जी
टीम के सदस्य ने इस बात का भी जिक्र किया की, ब्रिस्बेन में सुविधा को लेकर जो वादे किए गए थे, वह सभी फर्जी निकले, उन्होंने कहा-
“सुविधा को लेकर किए गए वादों का क्या हुआ और हमें यहां जो मिल रहा है, वह दो विपरीत चीजें हैं. दौरे से पहले काफी चीजें कही गई थी, कहा गया था कि एक बार अनिवार्य क्वारंटीन पूरा हो जाएगा तो खिलाड़ियों के लिए चीजे आसान हो जाएगी। जरूरी सुविधाएं आदि दी जाएगी और अब हमे खुद का बिस्तर लगाने और टॉयलेट साफ करने के लिए कहा गया। जब ऑस्ट्रेलिया टीम भारत आती है तो क्या बीसीसीआई भी इनसे ऐसा ही व्यवहार करता है?”