भारतीय टीम (Team India) इन इंग्लैंड दौरे पर है. रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ पिछले साल का बचा हुआ टेस्ट सीरीज का पांचवां और आखिरी मुकाबला खेलना है. 1 जुलाई को यह मुकाबला खेला जायेगा. इस मुकाबले से पहले भारतीय टीम इंग्लैंड की घरेलू टीम लीसेस्टरशायर के साथ फ़िलहाल एक अभ्यास मैच खेल रही है.
अभ्यास मैच में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन का खराब रहा है. लगभग तीन महीने बाद टेस्ट क्रिकेट खेल रही टीम इंडिया के बल्लेबाज इंग्लैंड की पिच पर टिककर खेलने में असमर्थ रहे हैं. ऐसे में, क्या अभ्यास मैच में ख़राब प्रदर्शन कर रही रही भारतीय टीम 1 जुलाई को होने वाले टेस्ट मैच में अच्छा प्रदर्शन कर पाएगी? इसका जवाब फिलहाल हमारे पास भी नहीं है.
अपनी सरजमीं पर जीत का जश्न
दरअसल, भारतीय टीम ने इस साल अपना आखिरी टेस्ट मैच श्रीलंका के खिलाफ भारतीय सरजमीं पर खेला था. दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने क्लीन स्वीप किया. इस दौरान रोहित शर्मा ही टीम का नेतृत्व कर रह थे. रोहित को पहली बार टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी सौंपी गई थी. सबकुछ भारतीय टीम के फेवर में था.
हालाँकि, टीम के केवल दो बल्लेबाजों ने श्रीलंका के खिलाफ अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया था. वह दोनों बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत थे. एक ओर स्टार केटेगरी के बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली अपनी फॉर्म से जूझ रहे थे. गेंदबाजी डिपार्टमेंट में लगभग सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था.
Team India की जीत, रोहित-विराट की हार
श्रीलंका के खिलाफ रोहित और विराट के ख़राब फॉर्म से टीम को नुक़सान नहीं पहुंचे इसका पूरा दारोमदार किसी दूसरे बल्लेबाज पर नहीं था. बावजूद इसके श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत ने क्रीज पर उतरने से पहले ही अपने दिमाग में ये बात फिट कर ली कि उन्हें इन दो बल्लेबाजों की कमी महसूस नहीं होने देनी है. अय्यर और पंत के दिमाग में केवल एक ही मिशन था और वो था “टीम इंडिया की जीत”! दोनों अपने मिशन में कामयाब हुए. रोहित को पहली बार टेस्ट कप्तान बनते ही टीम इंडिया (Team India) की जीत का तोहफा मिला. खिलाड़ी से लेकर बोर्ड तक हर कोई इस जीत के जश्न में डूबा गया था.
कब बदलेगा समय?
कहते हैं कि ‘समय एक जैसा नहीं रहता, वह बदलता रहता है’ यह बात टीम इंडिया के नजरिये से तो ठीक प्रतीत होती है लेकिन रोहित और विराट के लिए समय तो बदला पर उनका फॉर्म आज भी वही है! फैंस को आईपीएल 2022 का बेसब्री से इंतजार था इसलिए नहीं कि धोनी के बल्ले से छक्के-चौके देखने को मिलेगा बल्कि इसलिए कि विराट और रोहित दमदार वापसी करेंगे और आईपीएल के लीडिंग स्कोरर बनेगें.
परिणामस्वरूप ऐसा कुछ नहीं हुआ. विराट पुरे आईपीएल एक-एक रन बनाने के लिए तरसे तो वहीं रोहित के बल्ले से रन आये लेकिन वह अपनी फॉर्म को बरकरार नहीं रख सके.
आँखों में चुभ रहा है फॉर्म
आईपीएल के खत्म होते ही दोनों बल्लेबाजों को बोर्ड द्वारा आराम फरमाने को कहा गया. इन दोनों बल्लेबाजों को रेस्ट देने का बोर्ड का मकसद बिलकुल साफ़ था. इस साल ऑस्टेलिया में वर्ल्ड कप होना है. ऐसे में, दोनों बल्लेबाजों का फॉर्म में आना भारत के लिए बेहद जरूरी है. विराट (Virat Kohli) की आक्रमता तो उनके हर खेल में दिखाई देती है लेकिन उनका फॉर्म फिलहाल सबकी आंखों में चुभ रहा है.
इस साल भारतीय टीम की जीत में दोनों खिलाड़ियों का योगदान 10 प्रतिशत से भी कम है. रोहित (Rohit Sharma) के पास अच्छा प्रदर्शन करने के साथ ही भारतीय टीम (Team India) के नेतृत्व की जिम्मेदारी है. इसका मतलब यह नहीं कि वह अपने खेल को प्राथमिकता न दें.
उम्मीद पर कायम होने की दुआ
इंग्लिश टीम के खिलाफ टेस्ट खेलने पहुंची इंग्लैंड टीम इंडिया के दो बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत का फॉर्म भी अब चिंता का विषय बन चुका है. पहले टीम इंडिया को रोहित-विराट के फॉर्म की चिंता थी लेकिन अब इन दोनों बल्लेबाजों का भी फॉर्म जवाब दे चुका है.
टीम के कोच का कहना है कि हम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतने के लिए जी जान लगा देंगे. फिलहाल कुछ भी भारतीय टीम के हित में नहीं दिख रहा है सिवाय उम्मीद के. ‘उम्मीद पर दुनिया कायम है’ दुआ कीजिये भारतीय टीम (Team India) और कोच राहुल द्रविड़ की उम्मीद पर सभी खिलाड़ी कायम हो सकें!