दक्षिण अफ्रीका देश में शुरुआती दौर में रंगभेद की नीति अपने पूरे चरम पर रही है। दक्षिण अफ्रीका में आज भी कहीं-कहीं रंगभेद यानि काले-गोरे लोगों के बीच भेदभाव को साफ तौर पर देखा जा सकता है। इसका सीधा सा असर दक्षिण अफ्रीका के खेल-जगत पर भी बड़ा है और क्रिकट के खेल में भी रंगभेद की नीति को देखा गया है।
टेम्बा बावुमा अश्वेत खिलाड़ी के रूप में फिर से लौटे टीम में
लेकिन पिछले कुछ समय से दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट में नया नियम बनाया गया है जिसमें अश्वेत खिलाड़ियों को भी जगह देना अनिवार्य है। दक्षिण अफ्रीका टीम में कुल 6 खिलाड़ी और प्लेइंग इलेवन में कम से कम दो खिलाड़ियों को जगह देना तय किया गया है।
इसी कड़ी में इन दिनों दक्षिण अफ्रीका के युवा स्टार बल्लेबाज टेम्बा बावुमा एक बार फिर से टीम में लौटे हैं और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही वनडे सीरीज के पहले मैच में जबदस्त प्रदर्शन कर जीत में खास भूमिका अदा की।
बावुमा के टीम में लौटने पर नियम की बात करने वालों की नहीं है कमी
इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच को दक्षिण अफ्रीका ने अपने नाम कर लंबे समय के बाद वनडे जीत का स्वाद चखा है। दक्षिण अफ्रीका की इस जीत में कप्तान क्विंटन डी कॉक ने 107 रन बनाए तो टेम्बा बावुमा ने भी 98 रनों का योगदान देकर टीम को शानदार जीत दिलायी।
टेम्बा बावुमा को दक्षिण अफ्रीका की टीम में अश्वेत के नियमों के चलते फिर से जगह मिली ऐसा कहने वाले लोगों की कमी नहीं है। और बार-बार इस बारे में बात की जा रही है लेकिन बावुमा ने इसे लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी और पहले वनडे मैच के बाद जोरदार जवाब दिया।
बावुमा ने कहा, हां मैं काला हूं, मेरी त्वचा का रंग काला है
टेम्बा बावुमा ने कहा कि “हां, मैं काला हूं, वो मेरी त्वचा है। लेकिन मैं क्रिकेट खेलता हूं क्योंकि वो मुझे पसंद है। मैं ये सोचना चाहता हूं कि टीम में होने के कारण मैं प्रदर्शन के कारण अपने फ्रैंचाइजी की तरफ से या नेशल टीम के लिए भी जब भी मैं करने कुछ योगदान करने में सक्षम रहा हूं। असुविधा वहां थी मुझे उन सभी प्रकार की बात के आसपास नेविगेट किया गया। मैं इस तरह का अंतिम आदमी नहीं हूं।”
“एक चीज जो मुझे हमेशा परेशान करती है वो है कि जब आपको परिवर्तन की आंखों से देखा जाता है। मुझे इसके साथ एक गंभीर समस्या है। हम अच्छे को बुरे के साथ लेने में सक्षम हो गए हैं। अगर काले अफ्रीकी लोग अच्छा नहीं कर रहे हैं तो परिवर्तन बुरा है। तो जब हम अच्छा कर रहे हैं तो ये बदलाव क्यों किया गया। इसके परिवर्तन को पहचानें।”