कोरोना वायरस के चलते इन दिनों सभी क्रिकेट संबंधी कार्यक्रम बंद हैं. जिसके चलते सभी लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं. इस बीच साउथ अफ्रीका के दिग्गज तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने दावा किया कि अंपायर इयान गोल्ड ने 2010 में भारतीय दर्शकों की प्रतिक्रिया के डर से उस समय सचिन तेंदुलकर को जान बूझकर आउट नहीं दिया था. मगर अब आपको फैक्ट चैक करके बताते हैं इस बात की पूरी सच्चाई.
डेल स्टेन ने किया दावा
साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम के दिग्गज तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने भारत के खिलाफ काफी क्रिकेट खेला है. अब उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के साथ बात करते हुए दावा किया कि सचिन को अंपायर ने आउट नहीं दिया था. स्टेन ने ग्वालियर में खेले गए ऐतिहासिक मैच को याद करते हुए कहा,
मुझे याद है कि वह 190 के आसपास थे तब मैने उन्हें आउट कर दिया था. इयान गोल्ड अंपायर थे और उन्होंने उन्हें नॉटआउट दिया था. मैंने उनसे पूछा कि आउट क्यों नहीं दिया तो उनका इशारा यह था कि आसपास देखो, उसे आउट दे दिया तो होटल वापिस नहीं जा सकूंगा.
डेल स्टेन के बयान में है कितनी सच्चाई
साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन द्वारा खेली गई 200 रनों की ऐतिहासिक पारी वाले मैच में सचिन को दर्शकों के चलते नॉटआउट देने का दावा किया है. मगर अब माई खेल द्वारा किए गए फैक्ट चैक के अनुसार, सचिन तेंदुलकर जब उस पारी में 150 तक पहुंचे थे. उसके बाद दाएं हाथ के सीमर ने उन्हें सिर्फ तीन गेंद फेंकी और वे सभी गेंदें बल्ले से खेली गईं थी.
तेंदुलकर ने उस खेल में स्टेन की 31 गेंदों का सामना किया और उनमें से किसी भी गेंद पर स्टेन ने एलबीडब्ल्यू चिल्लाया नहीं था. 190 पर सचिन तेंदुलकर पहुंच गए थे. तब स्टेन ने 47 वां और 49 वां ओवर फेंका. उन 12 गेंदों में से 47 वें ओवर में तेंदुलकर ने 3 गेंदों का सामना किया, इसके बाद साथ बल्लेबाजी कर रहे बैटिंग पार्टनर एमएस धोनी ने 49 वां ओवर खुद ही खेला.
भारत ने दिया था 402 रनों का लक्ष्य
जिस मैच की ऊपर बात की जा रही है, वह 2010 का है. जब साउथ अफ्रीका क्रािकेट टीम भारत दौरे पर आई थी. इस मैच में सचिन तेंदुलकर की नाबाद 200 रनों की तूफानी पारी की बदौलत टीम भारत ने 401 रन बनाए थे. जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम 248 रन ही बना सकी, परिणामस्वरूप भारत ने 153 रनों से मैच जीत लिया था.