बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने पूर्व चयनकर्ता प्रमुख संदीप पाटिल को फटकार लगाते हुए कहा, कि सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और अन्य को लेकर कुछ गोपनीय तथ्यों का खुलासा करना ‘सिद्धांतहीन’ था. संदीप पाटिल का कार्यकाल इसी महीने खत्म हुआ हैं.
अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा, कि संदीप पाटिल पर कठोर कार्यवाही की जायेगी, ठाकुर ने कहा ‘बीसीसीआई में उपयुक्त व्यक्ति’ उनसे जल्द ही इस मामले पर बात करेंगे, जिसके कारण यह इतना बड़ा विवाद पैदा हो गया था.
पूर्व अन्तराष्ट्रीय क्रिकेटर ने अपने कार्यकाल के खत्म होने के बाद यह खुलासा किया था, कि अगर वर्ष 2012 में सचिन एकदिवसीय क्रिकेट से सन्यास नहीं लेते तो उन्हें भारतीय टीम से ड्राप कर दिया जाता और साथ ही यह भी खुलासा किया कि विश्वकप 2015 के पहले धोनी को कप्तानी से हटाने की चर्चा भी की गयी थी.
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बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने पिटीआई से कहा “मैं यह साफ़ करना चाहता हूँ. पाटिल को पूर्व अध्यक्ष होने के नाते ऐसी टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए थी. जब वह चयनकर्ता प्रमुख थे, वह इन प्रश्नों का जवाब अलग ढंग से देते थे. लेकिन कार्यकाल समाप्त होने बाद पाटिल ने अलग तरह के जवाब दिए. पाटिल ने ऐसा करके पूरी तरह से सिद्धांतहीन काम किया”.
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा, “किसी को भी इस विभाग (चयन मामलो) को लेकर सिद्धांतहीन और अनपयुक्त टिप्पणियां करने से परहेज करना चाहिए. क्योंकि उन पर भरोसा करके अध्यक्ष बनाया गया, क्योंकि उन्होंने उचित क्रिकेट खेली है. पाटिल के साथ 4 अन्य चयनकर्ता थे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा. पाटिल कों भी इससे बचना चाहिए था”.
संदीप पाटिल पर गोपनीयता में विच्छेद के तहत कार्यवाही के सवाल पर ठाकुर ने कहा “बीसीसीआई में उपयुक्त व्यक्ति उनसे जल्द ही इस मामले पर बात करेंगे”.
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ठाकुर ने भी कहा, कि जिस तरह संदीप पाटिल ने गोपनीयता का उल्लंघन किया था, उससे भविष्य में उन पर विश्वास करना बेहद मुश्किल होगा.
ठाकुर ने कहा “कोई भी संस्था यदि वह पाटिल की सेवाएं लेना चाहता हो, वह इस पर 10 बार विचार-विमर्श करेगी, कि संस्था को छोड़ने के बाद वह उसकी गोपनीयता के बारे में बात करेंगें”.
न्यूज़ीलैण्ड के विरुद्ध 15 सदस्यों की टीम के ऐलान के बाद संदीप पाटिल का 4 वर्षो का कार्यकाल समाप्त हो गया था.