श्रीलंका के खिलाफ होने वाली वनडे और टी20 सीरीज के लिए रविवार को भारतीय टीम का चयन कर लिया गया था. भारतीय टीम के इस चयन से पहले सभी को उम्मीद थी कि भारतीय टीम से बाहर चल रहे मध्यक्रम के अनुभवी बल्लेबाज युवराज सिंह और सुरेश रैना को टीम में इस सीरीज के लिए जगह मिलेगी.
मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ और चयनकर्ताओ ने युवराज सिंह और सुरेश रैना को नजरंदाज किया. मगर अब चयन के कुछ दिन बाद इन दोनों के ही टीम से बाहर किये जाने का मुख्य कारण सामने आ गया है.
यो-यो टेस्ट पास ना कर पाने की वजह से नहीं गए चुने
भारत और श्रीलंका की वनडे सीरीज से पहले भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ियों का बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी में फिटनेस टेस्ट परिक्षण हुआ जिसमे युवराज सिंह, सुरेश रैना और महेंद्र सिंह धोनी जैसे कई बड़े खिलाड़ी शामिल हुए, मगर जब नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में ये यो-यो टेस्ट हुआ तो उसे युवराज सिंह और सुरेश रैना उस यो – यो टेस्ट को पास नहीं कर पाए और यो-यो टेस्ट में फेल हो गए, जिसके चलते चयनकर्ताओ ने भी उनके नाम पर श्रीलंका सीरीज पर कोई विचार नहीं किया.
क्या होता है यो-यो टेस्ट
भारतीय टीम के चयन से पहले वर्तमान में सभी खिलाड़ियों की फिटनेस परिक्षण करने के लिए यो-यो टेस्ट लिया जाता है, जिसमे खिलाड़ियों की फिटनेस के आधार पर स्कोर मिलते है और यो-यो टेस्ट में मिले हुए स्कोर से ये साफ हो जाता है कि खिलाड़ी फिट है या नहीं.
यो-यो टेस्ट पास करने के लिए चहिए होता है 19.5 का स्कोर
यो-यो टेस्ट पास करने के लिए खिलाड़ियों को 19.5 से ऊपर का स्कोर चहिए होता है मगर युवराज सिंह का यो-यो टेस्ट का स्कोर मात्र 16 है वही सुरेश रैना का भी यो-यो टेस्ट स्कोर 19.5 से कम ही है. वर्तमान में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का यो-यो टेस्ट का स्कोर सबसे ज्यादा 21 है.
फिटनेस के आधार पर ही हो रहा है चयन
भारतीय टीम में वर्तमान में खिलाड़ियों की फिटनेस बहुत मायने रखती है और फिटनेस के आधार पर ही वर्तमान में भारतीय टीम का चयन होता है. जो खिलाड़ी 100 प्रतिशत फिट होता है उसी खिलाड़ी को भारतीय टीम का टिकट मिलता है और जो खिलाड़ी पूरी तरह से फिट नहीं होता है चयनकर्ता भी उसके नाम पर कोई विचार नहीं करते है.