टेस्ट चैंपियनशिप के आयोजन के लिए हाल ही में आईसीसी और दुनियाभर के क्रिकेट बोर्डों के बीच दुबई में एक बैठक हुई। इस मीटिंग के दौरान टेस्ट चैंम्पियनशिप को आयोजन को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गये। जिसमें सिर्फ आईसीसी टेस्ट रैंकिग के टाॅप-9 टीमों को हिस्सा लेने और 2 साल की अवधि में टूर्नामेंट कराने जैसे कई बड़े फैसले लिए गये।
4 साल की बजाय 2 साल तक चलेगी टेस्ट चैंपियनशिप-
आईसीसी और अन्य क्रिकेट बोर्ड के बीच हुयी मीटिंग के दौरान यह निर्णय लिया गया कि टेस्ट चैंम्पियनशिप को 4 साल के बजाए 2 साल तक की अवधि में खत्म किया जाए। जिसका सभी क्रिकेट बोर्डों ने सर्वसम्मति से फैसला का स्वागत किया। हालांकि दुर्भाग्यवश जिम्बाब्वे, अफगानिस्तान, आयरलैंड जैसी टीमों को इस टेस्ट चैंपियनशिप में जगह नहीं मिल पायी।
टाॅप-9 टीमों को मिलेगा हिस्सा लेने का मौका-
आईसीसी द्वारा जारी टेस्ट रैंकिग मे्ं मौजूद टाॅप-9 क्रिकेट टीमों को इस बड़े टूर्नामेंट में खेलने का मौका दिया जायेगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो आईसीसी यह टेस्ट चैंम्पियनशिप का आयोजन साल 2019 के विश्व कप के बाद करा सकता है। जिसकी आधिकारिक घोषणा बहुत जल्द आईसीसी के चैयरमैन कर सकते हैं।
फाइऩल होगा लाॅर्डस के मैदान पर-
इस टेस्ट चैंपियनशिप में सभी देशों को घरेलू और विदेशी धरती पर एक दूसरे के खिलाफ टेस्ट मैच खेलने होगें। 2 साल तक चलने वाले इस टेस्ट टूर्नामेंट में जो 2 टीमें सबसे ज्यादा मैच जीतती है, उसे सीधे तौर पर फाइनल खेलने का मौका मिलेगा, जिसका आयोजन इंग्लैंड के लाॅर्ड्स मैदान पर किया जायेगा।
हालांकि यह देखना प्रसंशको के लिए दिलचस्प रहेगा कि पहली बार होने वाले टेस्ट चैंपियनशिप आयोजन आईसीसी द्वारा किस तरह किया जायेगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच खेलने पर संशय-
आपको बता दे, राजनीतिक तनाव के चलते भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी द्वपक्षीय मुकाबले नहीं हो रहे हैं। अगर आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का आयोजन करते है तो भारत और पाकिस्तान दोनों देशों को एक दूसरे के मैदान पर क्रिकेट टेस्ट मैच खेलने होगें।
हालांकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पहले से ही कोई भी क्रिकेट मैच पाकिस्तान के साथ साल 2023 तक नहीं खेलने का फैसला किया है। जिसके बाद से यह देखना दिलचस्प रहेगा कि आखिर आईसीसी इस कठिन परिस्थती में क्या करेगी?