इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में भारत को 86 रनों से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली. इंग्लैंड ने मैन ऑफ़ द मैच जो रूट के बेहतरीन शतक की बदौलत 322/7 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में भारतीय टीम सिर्फ 236 का स्कोर ही बना सकी. सीरीज का निर्णायक मुकाबला 17 जुलाई को लीड्स में खेला जाएगा.
जहां पहले मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीत लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी, वहीं दूसरे मैच में टॉस हार लक्ष्य का पीछा करते हुए शिकस्त झेलनी पड़ी. तीसरा व आखिरी मैच भी अगर भारत जीता है तो उसमें टीम के बल्लेबाजी का अहम रोल होगा.
अब आप सोच रहे होंगे कि क्या टीम इंडिया के गेंदबाज इतने फिसड्डी है जो बल्लेबाजों के भरोसे हम मैच जीतने की उम्मीद लगाये बैठे हैं. अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो बिलकुल ऐसा नहीं है. टीम इंडिया के एकलौते फिरकी गेंदबाज कुलदीप ने इंग्लिश बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी है.
चाहे हम कल के मैच की बात कर ले या फिर पहले मैच की. कल के मैच में भी कुलदीप ने इंग्लैंड के टॉप आर्डर को झकझोर कर रख दिया. जहां पहले मैच में कुलदीप ने कुल 6 विकेट चटकाएं वहीं कल के मैच में तीन विकेट. चहल भी ठीक ठाक गेंदबाजी कर रहे हैं. ठीक ठाक इसलिए कहना पड़ रहा है क्योंकि वे अभी अपनी काबिलियत के हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं.
तेज गेंदबाजी टीम इंडिया का कमजोर पक्ष है. वाकई में यह कमजोर है नहीं बल्कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने इसे बना दिया है. ऐसा इसलिए क्योंकि टीम का मुख्य तेज गेंदबाज अभी भी बेंच पर आराम फरमा रहा है. जी हाँ, हम बात कर रहे भुवनेशवर कुमार की. आपको लग रहा होगा कि वो तो अनफिट चल रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है.
भुवी पहले मैच से पहले तक अनफिट थे, लेकिन दूसरे मैच में खेलने के लिए पूरी तरह फिट थे. यह बात मीडिया रिपोर्ट में सामने भी आ चुकी है. फिट होने के बावजूद भुवी के जगह अनुभवहीन सिद्धार्थ कौल को टीम में मौका देना समझ से परे है. भुवी टीम में होते तो निश्चित रूप से इंग्लैंड पहाड़ जैसा लक्ष्य भारत के सामने नहीं रख पाया होता.
अब आपको कौल के पिछले दो मैचों के प्रदर्शन के बारे में भी बता देते हैं, जिससे आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि इनकी कहां तक टीम में जगह बनती है.
कौल ने दूसरे वनडे में अपने कोटे के 10 ओवर भी नहीं फेंके. उन्होंने आठ ओवर में बिना कोई विकेट लिए 59 रन लुटा दिए. वहीं पहले वनडे में भी इन्हें कोई विकेट नहीं मिला था जबा इन्होनें 62 रन लुटाए थे.
टी-20 के एक मैच में इनका प्रदर्शन ठीक रहा था जब 2 विकेट लेते हुए अपने कोटे के चार ओवर में 35 रन खर्च किये थे. आयरलैंड के खिलाफ भी एक टी-20 मैच खेला था जहां इन्हें एक विकेट नसीब हुआ था . वहीं भुवी ने अकेले दम पर भारत को कई मैच जिताए हैं.