दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम की तर्ज पर बनेगा भारत में ये नया क्रिकेट स्टेडियम 1

खेल के प्रति विशेष लगाव रखने वाले मिजोरम के मुख्यमंत्री लाल थनहवला ने कहा है कि उनकी योजना प्रदेश में आस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) की तर्ज पर क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण करने की है।   पिछले मुकाबले में मिली हार का गम मिटाने यहाँ पहुंचे विराट कोहली

एमसीजी दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट मैदानों में शामिल है।  जिस चीज़ ने धोनी को बनाया भारत का सबसे महान खिलाड़ी, उसी चीज़ को पाना अपने करीयर की सबसे बड़ी भूल मानता है ये दिग्गज खिलाड़ी

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लल थनहवला ने आईएएनएस से बातचीत में प्रदेश में क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की योजना के बारे में बताते हुए कहा, “साईरांग में फुटबाल स्टेडियम के पास ही क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण होने वाला है। जो एमसीजी के बराबर का स्टेडियम होगा, जिसमें 100,024 दर्शक बैठ सकेंगे।”

साईरांग मिजोरम की राजधानी आईजोल से 30-40 मिनट की दूरी पर है।

मुख्यमंत्री का कहना है कि उनका लक्ष्य पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों के साथ मिलकर इस क्षेत्र से विश्व स्तरीय क्रिकेट खिलाड़ी तैयार करने का है। हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय ने लोढ़ा समिति का सिफारिशों को लागू करने का आदेश देते हुए पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में पूर्ण सदस्यता और वोटिंग का अधिकार दिया है जो इस क्षेत्र के लिए बड़ा कदम है।

लल थनहवला मिजोरम क्रिकेट संघ (एमसीए) के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा, “मैं एमसीए के लिए वोटिंग अधिकार के लिए लड़ रहा था। बीसीसीआई ने यह कभी नहीं किया। लेकिन मैं इस बात से बेहद खुश हूं कि लोढ़ा समिति ने इस बात की सिफारिश की कि पूर्वोत्तर के राज्यों को पूर्ण सदस्यता मिलनी चाहिए।”

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अब तक सिर्फ त्रिपुरा और असम को ही बीसीसीआई की पूर्ण सदस्यता हासिल थी और यही दो राज्य रणजी ट्रॉफी में अपनी टीम उतार सकते थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष शरद पवार से कई बार इस संबंध में अपील की, लेकिन हमेशा उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा।

उन्होंने कहा, “बीसीसीआई में शरद पवार के समय से लेकर अरुण जेटली के संबद्ध बोर्ड के अध्यक्ष होने तक मैंने उनसे वादा किया था कि अगर हमें पूर्ण सदस्यता मिल जाती है तो मैं आपको अपने क्षेत्र से विश्व स्तर के क्रिकेट खिलाड़ी निकाल के दिखाऊंगा।”

मुख्यमंत्री का मानना है कि बीसीसीआई के संविधान के बदलाव ने उन्हें और हजारों क्रिकेट खिलाड़ियों को नई उम्मीद दी है।

उन्होंने कहा, “हम देश के लिए विश्व स्तर के क्रिकेट खिलाड़ी पैदा कर सकते हैं। मिजोरम के लड़के अच्छी कद काठी वाले होते हैं और काफी हिम्मत वाले होते हैं। मैं कई स्थानीय टूर्नामेंट में गया हूं और वहां की प्रतिभा को देखकर हैरान रह गया।”

खरा बोलने के लिए मशहूर लल थनहवला ने कहा कि इस देश में कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो मैदान पर आने का जोखिम नहीं उठाना चाहते।

उन्होंने कहा, “भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी काफी अमीर हैं। कुछ तो मैदान में आने से डरते हैं। वह डरते हैं कि कई उन्हें चोट न लग जाए।”

उन्होंने कहा, “अगर आप किसी क्षेत्र में सफल होना चाहते हैं, चाहे वह खेल हो या जिंदगी, आपको बड़े दिल के साथ काम करना होगा। मिजोरम के लड़के बहुत बहादुर हैं। वह फील्डिंग के दौरान चोट से नहीं डरते।”

कई राज्यों में खिलाड़ियों द्वारा सही उम्र छिपाने जैसे मामलों पर मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने अपने राज्य की खेल ईकाइयों को कड़ा दिशा-निर्देश दिया है कि कोई ऐसा काम न करे। आप धोखेबाजी से कुछ हासिल नहीं कर सकते।”