भारतीय टीम के कोच को लेकर रवी शास्त्री और सौरव गांगुली के बीच काफी विवाद चल रहा हैं. कोच चुनने वाली कमेटी में वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर के साथ सौरव गांगुली भी थे.
इस कमेटी ने अनिल कुंबले को भारत का नया कोच चुना. लेकिन पिछले 18 महीने तक टीम इंडिया के डायरेक्टर रह चुके रवी शास्त्री कोच बनने के सबसे बड़े दावेदार थे.
अनिल कुंबले इंटरव्यू देने के लिए कोलकाता गये, तो रवी शास्त्री ने थाईलैंड से इंटरव्यू दिया. लेकिन जब रवी शास्त्री का इंटरव्यू हुआ, तब सौरव गांगुली CAB की मिटिंग में चले गये.
लेकिन रवी शास्त्री इससे काफी नाराज हुए, और उन्होंने कहा कि, “गांगुली ने उनका सम्मान नहीं किया.”
लेकिन गांगुली ने इसका जवाब देते हुए कहा कि, “अगर रवी शास्त्री को ऐसा लगता हैं कि, वे भारतीय टीम का कोच उनके वजह से नहीं बने, तो वे पागलों की दुनिया में जी रहे हैं.”
लेकिन बीसीसीआई सचिव ने इन दोनों को शांत रहने के लिए कहा.
सौरव गांगुली और रवी शास्त्री के बीच विवाद पहली बार नहीं हुआ हैं, जब भारतीय टीम 1991/1992 के अॉस्ट्रेलिया दौरे पर थी, तब विवाद हुआ था. सौरव गांगुली ने उस दौरे पर वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में अपना पदापर्ण किया था, और उस मैच में गांगुली 3 रन बनाकर आउट हुए थे. उस मैच में गांगुली को ड्रिंक लेकर जाने के लिए कहा गया था, लेकिन गांगुली ने ड्रिंक लेकर जाने से मना किया था.
जब ये खबर आयी थी, तो गांगुली ने पत्रकारों से झगड़ा किया था.
उस अॉस्ट्रेलिया दौरे पर रवी शास्त्री काफी शानदार फॉर्म में थे, और उस दौरे पर वे पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे जिन्होंने अॉस्ट्रेलिया के खिलाफ अॉस्ट्रेलिया में दोहरा शतक लगाया था.
शास्त्री ने सिडनी में 206 रन बनाए थे. उस मैच में शेन वॉर्न ने अपना पदार्पण किया था. और इन दोनों वजह से गांगुली और शास्त्री उस दौरे पर खबरों में आए थे.