इरफान पठान…. ये भारतीय क्रिकेट के एक ऐसा नाम है जिसनें इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखते ही अपने प्रदर्शन से धमाका कर दिया था। इरफान पठान कुछ ही समय में भारतीय क्रिकेट टीम में एक खास ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में स्थापित हो गए।
इरफान पठान का जादू कुछ सालों तक तो सर चढ़कर बोला लेकिन इसके बाद भारतीय टीम से बाहर हो गए। इरफान की कहानी भी बड़ी अजीब सी है। इरफान पिछले पांच सालों से भारतीय टीम से बाहर हैं और अब उन्हें अपनी घरेलु रणजी टीम बडौदा से भी बाहर कर दिया है।
इरफान पठान को नाटकीय रूप से बडौदा की टीम से किया बाहर
इरफान पठान अभी कुछ ही दिन पहले तक तो बड़ौदा की टीम में थे, लेकिन उन्हें बड़े ही नाटकिय रूप से बडौदा की रणजी टीम के कप्तानी से हटाकर टीम से ही बाहर कर दिया और दीपक हुड्डा को कप्तानी सौंप दी। इरफान पठान को जिस तरह से बाहर किया गया है, वो कहीं ना कहीं सवालों के घेरे में आ गया है। आखिर अचानक से ही इरफान को बाहर करने का क्या कारण हो सकते हैं। इसको लेकर तो सब अपनी अलग-अलग वजह बता सकते हैं।
इरफान को बाहर करने पर उठने लगे सवाल
वैसे ये मामला तो बड़ा ही गंभीर नजर आ रहा है। इरफान पठान को बारह करने को लेकर बडौदा क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव स्नेहल पारिख ने रविवार को अपने बयान में कहा कि “हम हुड्डा को कप्तान बना रहे हैं और केदार देवधर उपकप्तान होंगे। 33 वर्षीय अनुभवी खिलाड़ी पठान को टीम में इसलिए शामिल नहीं किया गया है ताकि युवा खिलाड़ियों को मौका मिल सके।हमें अपनी प्रणाली का पालन भी करना होगा।”
आखिर इरफान पठान के चयन को लेकर बीसीए के सामने ऐसी कौन सी प्रणाली आ गई जो उन्हें बाहर का ही रास्ता दिखा दिया।
इरफान को चयनकर्ताओं की बात ना मानना पड़ा भारी-सूत्र
इरफान किसी साजिश के तहत बाहर किए गए हैं। ये बड़ी साजिश इरफान को किसी युवा खिलाड़ी के करियर से खिलवाड़ करने की बात न मानना बताया जा रहा है। जहां तक रिपब्लिक टीवी के सूत्रों की बात की जाए, तो इसमें सामनें आया है कि
“चयनकर्ताओं ने इरफान को आंध्र प्रदेश के खिलाफ मैच में एक स्पिन विशेष को टीम में शामिल करने को कहा था। चूंकि विकेट पर घास थी और ऐसे में स्पिनर्स को संघर्ष करना पड़ता, ऐसे में इरफान इस बात को लेकर राजी नहीं हुए। चयनकर्ताओ का इरादा था कि उस स्पिन गेंदबाज की विफलता की साजिश रची जाए और फिर उसे टीम से ही बाहर कर दें। इरफान ने इससे इनकार कर दिया और कहा वो किसी के करियर के साथ इस तरह का खिलवाड़ नहीं कर सकते।”
एक खिलाड़ी को बाहर करने की साजिश, इरफान ने कर दिया इनकार
इसके साथ ही रिपब्लिक ने अपनी रिपोर्ट में आगे लिखा कि
” चयनकर्ताओं को ये पसंद नहीं आया और जैसे ही टीम चुनने का मौका मिला, उन्होनें हुडा को कप्तानी सौंपकर ये संदेश देने की कोशिश की, कि जो उनकी नहीं सुनेगा उनका यहीं अंजाम होगा। इरफान ने भी कप्तानी से हटाने की वजह पूछी तो चयन समिति ने सीधे ये कह दिया मुद्दा परफॉर्मेंस नहीं है, फिटनेस मुद्दा नहीं है। अनुशासन मुद्दा नहीं है वजह आपको बीसीए से बाहर पता लगेगी।”
चयनकर्ता ने इरफान को ही रास्ते से हटाया
तभी तो इरफान पठान ने टीम से बाहर करने के बाद इशारों-इशारों में ही टीम के चयनकर्ता पर निराशा जताते हुए ट्वीट में लिखा, कि
“बॉस को गुड मॉर्निंग न विश करना और यस मैन न होना आपके खिलाफ जा सकता है। लेकिन चिंता मत करो। अपना काम करते रहो।”