अम्बाती रायडू भारतीय टीम से ज़िम्बाब्वे दौरे से पहले चोटिल होकर बाहर हो गए थे, जिसकी वजह से वह इस बार का पूरा रणजी सीजन भी नहीं खेल पाए. घरेलू क्रिकेट ना खलने के बाद भी उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ़ हुए अभ्यास मैच में खेलने का मौका मिला. अंबाती रायडू ने इन शब्दों में की महेंद्र सिंह धोनी की तारिफ, प्रसंशक भी हुए भावुक
इस अभ्यास मैच में भले ही भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन अम्बाती रायडू ने इस मैच में अपनी बल्लेबाज़ी से शानदार प्रदर्शन किया था और एक शतकीय पारी खेलकर रिटायर हुए.
अम्बाती रायडू ने उस मैच के बारे में बात करते हुए कहा, “वह मैच धोनी भाई का कप्तान के रूप में आखिरी मैच था और मुझे बहुत ख़ुशी हुई, जो मुझे उनकी आखिरी कप्तानी में खेलने का मौका मिला. वह मैच मेरे लिए एक चुनौती के रूप में था, क्योंकि मैं चोट से उभरने के बाद पहली बार किसी बड़ी टीम के सामने खेलने जा रहा था. मुझे ख़ुशी है, कि मैं उस मैच में अच्छा कर पाया, जिससे मेरा आत्मविश्वास भी बढ़ा.”
अम्बाती रायडू ने आगे कहा,
“खेल से बाहर रहने से हमेशा निराशा होती है, लेकिन मैं इसके लिए किसी और को दोषी नहीं मानता हूँ. मैं अपने आप को ही अपना कॉम्पटीटर समझता हूँ और मेहनत करता हूँ, कि अच्छे से अच्छा प्रदर्शन करू.”
अम्बाती रायडू ने भारतीय टीम में अपनी वापसी को लेकर कहा, “मेरा ध्यान अभी बस घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करके ज्यादा से ज्यादा रन बनाने पर लगा हुआ है और मैं उसी के लिए बहुत मेहनत और अभ्यास कर रहा हूँ. मुझे वास्तव में इस बात से कोई आपत्ति नहीं है, कि मुझे भारतीय टीम से खेलने का मौका नहीं मिल रहा है, क्योंकि मुझे पता है, कि भारतीय टीम में अभी किसी भी क्रम पर जगह खाली नहीं है. सभी बल्लेबाज़ अच्छा प्रदर्शन कर रहे है, इसलिए भारतीय टीम में जगह पाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ेगा.” अपने अबतक के एकदिवसीय करियर से मैं खुश हूँ : अम्बाती रायडू